बीएसपी प्रमुख मायावती ने शनिवार को अपने चुनावी मुद्दों का ऐलान कर दिया। कांशीराम पुण्य तिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में अपने समर्थकों के बीच उन्होंने कहा कि नौजवान बेरोजगारों को रोजगार देना ही इस बार हमारा चुनावी मुद्दा होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार बनने पर अयोध्या, काशी और मथुरा में विकास कार्य रोके नहीं जाएंगे, बल्कि पूरे कराए जाएंगे।
मायावती चुनावी मुद्दों का ऐलान करते हुए कहा कि युवाओं के साथ ही छात्रों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए भी उनकी सरकार प्रमुखता से काम करेगी। बिजली, पानी, स्वास्थ्य सुविधाएं और बेहतर की जाएंगी। शिक्षकों और कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने के लिए अलग से आयोग बनाया जाएगा। पिछड़े क्षेत्रों के विकास के लिए डॉ. भीमराव अम्बेडकर ग्राम्य विकास योजना और कांशीराम समग्र विकास योजना फिर से शुरू की जाएंगी।
मायावती ने कहा कि यूपी की जनता बीएसपी की सत्ता को याद कर रही है। यूपी में सपा बीजेपी की सरकारों में जनता परेशान है। छोटी-छोटी पार्टियों का गठबंधन सिर्फ सत्ताधारी दल को फायदा पहुंचाने के लिए। सपा का नाम लिए बिना कहा कि एक पार्टी ऐसी है जो दूसरी पार्टी की स्वार्थी लोगों को शामिल करा रही है। मायावती ने कहा कि चुनाव घोषित होने से वोट पड़ने तक बीएसपी को नुकसान पहुंचाने का प्रयास। झूठे सर्वे के जरिए बीएसपी को नुकसान पहुचाने का प्रयास है। बीजेपी सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है। हिन्दू- मुस्लिम के साम्प्रदायिक दंगे कराए जा सकते हैं। बीजेपी इस चुनाव में धन्नासेठों से बड़ा खर्च कराने वाली है।
किसानों के तीनों बिल शोषण करने के लिए लाए गए।कोरोना की आड़ में हमारे कार्यक्रम रोके जा सकते हैं। कोरोना नियमों का पालन करते रहना है। यूपी में कोरोना से मृत्यु होने वाले लोगों के लिए लकड़ी का तक इंतेजाम नहीं किया बीजेपी सरकार ने। अंतिम संस्कार की व्यवस्था न होने से शव गंगा आदि नदियों में तैर रहे थे। जो यूपी के लोग दूसरे प्रदेशों में काम कर रहे थे कोरोना काल में कितना परेशान हुए पैदल चले।
मायावती ने कहा कि यूपी और केंद्र की किसी योजना को बदले की भावना से रोकेंगे नहीं। बीएसपी सरकार आने पर बदले की भावना से हम काम नहीं करेंगे। प्रबुद्ध वर्ग से किए सभी वायदे पूरा करेंगे। बीजेपी सरकार ने अपनी जवाबदेही को ईमानदारी से नहीं निभाया। यूपी की जनता को लुभाने के लिए ताबड़तोड़ उद्घाटन और शिलान्यास जारी है। ।