लखीमपुर खीरी कांड के बाद से ही वहां में डेरा जमाए भाकियू के प्रवक्ता किसान नेता राकेश टिकैत बुधवार की दोपहर बाद शहर के गुरुद्वारा पहुंचे। यहां लंगर के बाद पत्रकारों से रूबरू हुए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि किसानों को कुचल कर मार दिया गया। आरोपी केन्द्रीय मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी, मंत्री का इस्तीफा से कम कुछ मंजूर नहीं है। सरकार को शहीद किसानों की अरदास तक दिया गया है। अगर गिरफ्तारी व इस्तीफा न हुआ तो अरदास के बाद पूरे देश में आन्दोलन तेज होगा। टिकैत ने यह भी ऐलान किया कि केन्द्र सरकार को तीनों कृषि कानून वापस लेने होंगे और एमएसपी को कानून बनाना होगा। टिकैत ने कहा कि मारे गए तीन अन्य लोग भाजपा के कार्यकर्ता नहीं हैं। टिकैत ने घटना के दौरान गोली चलने का भी दावा किया और कहा कि इसके वीडियो मौजूद हैं।
बुधवार की दोपहर में गुरुद्वारा गुरुसिंह सभा में पत्रकार वार्ता के दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि तिकुनिया में पांच किसानों को कुचलकर मारा गया। उन्होंने मारे गए पत्रकार रमन को भी किसान बताया। उन्होंने कहा कि उसका पेशा चाहे जो रहा हो पहले वह किसान है। यह भी दावा किया कि मौके पर गोली चली है। वीडियो में है। बहराइच के किसान का पोस्टमार्टम पैनल ने किया है। इसमें क्या आया, यह डाक्टरों की टीम बताएगी।
राकेश टिकैत ने बताया कि किसानों को कुचलकर मारने के आरोपी केन्द्रीय मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी, केन्द्रीय मंत्री के इस्तीफा का समय सरकार को शहीद किसानों की अरदास तक का दिया गया है। अगर गिरफ्तारी व केन्द्रीय मंत्री का इस्तीफा न हुआ तो अरदास के बाद देश व्यापी आन्दोलन शुरू किया जाएगा। राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार से जो समझौता हुआ उसमें शहीद किसानों के परिवार, संयुक्त किसान मोर्चा की सहमति से हुआ है। कहा कि हमारा समझौता दाह संस्कार के लिए था। जिससे शव पर कोई राजनीति न होने पाए। एक सवाल के जवाब में राकेश टिकैत ने कहा कि मारे गए तीन अन्य लोग भाजपा के कार्यकर्ता नहीं हैं। वह किसानों को कुचलने वाले थे। राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक तीन कृषि कानून वापस नहीं होंगे तब तक आन्दोलन चलता रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि केन्द्रीय मंत्री खुद सफाई दे रहे हैं जो खुद 120बी के मुल्जिम हैं। उनकी सपोर्ट में कोई नहीं है।