राजधानी दिल्ली के मायापुरी इलाके में एक महिला सहित 5 लोगों की संदिग्ध हालात में झुलसकर मौत हो गई। मरने वालों में पति-पत्नी के अलावा तीन दोस्त शामिल हैं और सभी पड़ोसी हैं। हादसे के बारे में मायापुरी थाने में तैनात एक हेडकांस्टेबल को उस समय पता चला जब वह इलाके में गश्त पर था। जानकारी मिलने के बाद मायापुरी थाना पुलिस टीम ने घर में बुरी तरह से झुलसे पांचों घायलों को डीडीयू अस्पताल पहुंचाया, जहां कुछ घायलों को आरएमएल अस्पताल तो कुछ को सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान सभी की मौत हो गई।
पुलिस ने मृतकों की पहचान श्रवण, लाली, बिट्टू, विमल यादव और राम छल्ला के तौर पर की है। इनमें श्रवण और लाली पति-पत्नी हैं, जो पड़ोस में रहते थे। सभी के शवों का पोस्टमार्टम कराने के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। साथ ही, मामले की छानबीन की जा रही है।
गैस रिसाव से आग लगने की आशंका
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिस घर में आग लगी थी, वहां मृतक विमल यादव अपनी पत्नी और बच्चे के साथ किराए पर रहता था। वह मूलरूप से बिहार का रहने वाला था। उसके पड़ोस में ही उसके अन्य दोस्त भी रहते थे। सभी मजदूरी का काम करते थे। बताया जाता है कि घटना से पहले विमल की पत्नी अपने बच्चे के साथ गांव चली गई थी। इसी वजह से विमल के पड़ोस में रहने वाले उसके दोस्त राम छल्ला और बिट्टू रात के समय सोने के लिए उसके घर आ गए थे। जानकारों की मानें तो रात के समय घर में रखे गैस सिलेंडर में रिसाव की वजह से घर में गैस फैल गई। गैस की तीखी गंध पड़ोस में रहने वाले श्रवण और लाली तक भी पहुंची। इसके बाद दोनों जग गए और विमल के घर हो रहे गैस रिसाव की पुष्टि करने पहुंचे।
बत्ती जलाते ही लगी आग
बताया जाता है कि जब दंपति उसके घर पहुंचे तो दरवाजा खुला हुआ था और पूरे घर से तेज गैस की गंध आ रही थी। घर में गैस रिसाव को देखने के लिए जैसे ही उन्होंने घर की बत्ती जलाई, एकदम से आग का गुब्बार उठा और पूरे घर में आग लग गई। आग की चपेट में आने से पति-पत्नी भी बुरी तरह से झुलस गए। साथ ही, घर में मौजूद तीनों दोस्त भी बुरी तरह से झुलस गए। आग की इतनी तेज थी कि किसी को भी बचने का मौका नहीं मिला। उधर, आग लगने के बाद आसपास की झुग्गियों में रहने वाले लोग भी घरों से बाहर निकल आए और शोर-शराबा मच गया।