मोतिहारी के गंडक कॉलोनी स्थित सीआरपीएफ के बैरक में रह रहे जिला पुलिस बल के करीब 35 जवान रविवार की देर रात फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए। भोजन करने के बाद जवानों को उल्टी और पेट दर्द की शिकायत शुरू हो गई। इतनी संख्या में जवानों के अचानक बीमार पड़ने से वहां अफरातफरी की स्थिति पैदा हो गई। आनन-फानन में सभी को सदर अस्पताल लाया गया। घटना की जानकारी मिलने पर एसपी नवीन चंद्र झा भी जवानों को देखने सदर अस्पताल पहुंचे। सिविल सर्जन डॉ. अंजनी कुमार ने बताया कि सभी जवान खतरे से बाहर हंै। एहतिहातन पांच जवानों को भर्ती किया गया है। शेष जवानों के इलाज के लिए सुरक्षित पहुंचाया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार गंडक कॉलोनी स्थित बैरक में पहले सीआरपीएफ के जवान रहते थे। सीआरपीएफ के जाने के बाद उस बैरक में जिला पुलिस बल के जवान रहते हैं। बैरक में फिलहाल दो सौ के करीब जवान रहते हैं। रविवार रात करीब नौ बजे 35 जवानों ने भोजन में रोटी-सब्जी के साथ खीर खाई थी। खीर खाने के करीब पंद्रह मिनट बाद ही जवान उल्टी व पेट से बेचैन होने लगे। अचानक सभी जवानों के पेट मे दर्द होने के बाद बैरक में अफरातफरी मच गई। पुलिस लाइन की गाड़ी से सभी को सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया।
इन जवानों की बिगड़ी तबीयत
अविरल कुमार, राहुल राज, मिथिलेश कुमार, मुकेश कुमार, मंटू कुमार सिंह, अशोक सौरव, महेश्वरनाथ, राजू कुमार, उत्तम कुमार, सौरभ कुमार, रितेश कुमार, चंदन कुमार, रुपेश कुमार, रोशन कुमार, अमित कुमार, करण सिन्हा, अमित सिंह, शैलेंद्र कुमार, राहुल कुमार, शशि महतो, बबलू कुमार, मयंक कुमार, जितेंद्र कुमार, माता बालम, देवेंद्र कुमार, संतोष प्रसाद, प्रशांत कुमार, रंजन कुमार, सनी कुमार, श्रीनिवास साह, रविशंकर साह व अंकित साह।
एसपी ने बताया कि सभी जवान फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए हैं। इलाज किया जा रहा है। डॉक्टरों ने सभी खतरे से बाहर होने की जानकारी दी है। डॉक्टरों की टीम जांच करेगी कि आखिर किस वजह से ऐसी घटना हुई है।