लगता है मध्य प्रदेश में घूसखोरों को किसी का डर नहीं रहा। अभी कुछ दिन पहले ही भोपाल एम्स में डिप्टी डायरेक्टर घूस लेते रंगे हाथ पकड़े गए थे। अब पन्ना में एक जिला आपूर्ति अधिकारी घूस लेते पकड़ा गया है। वह भी जिस बिल्डिंग में जिले के डीएम बैठते हैं ठीक उसी की बगल में। जिला आपूर्ति अधिकारी को लोकायुक्त पुलिस ने उसके पीए के साथ डेढ़ लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। यह इनका कोई पहला मामला नहीं है, बल्कि उन्होंने कुछ समय पहले इसी व्यक्ति से डेढ़ लाख की रिश्वत पहले भी ली थी।
पेट्रोल पंप की एनओसी के लिए मांगे थे पैसे
बताया जाता है कि पन्ना के जिले के खमरिया के ध्रुव कुमार लोधी पेट्रोल पंप लगाना चाह रहे थे। इसके लिए सरकारी विभागों के अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) की जरूरत होती है। जिला खाद्य शाखा की भी एक एनओसी उन्हें चाहिए थे जिसके लिए वे जिला आपूर्ति अधिकारी राजकुमार श्रीवास्तव के पास गए थे। उन्होंने अपने पीए पीए महेश गंगेले के पास भेज दिया। उन्होंने एनओसी के लिए रुपए की मांग की। ध्रवकुमार ने उनसे बातचीत की तो एक लाख 25 हजार जिला आपूर्ति अधिकारी श्रीवास्तव व 15 हजार रुपए गंगेले ने रिश्वत के रूप में मांगे।
एक पेट्रोल पंप के लिए पहले दे चुके थे रिश्वत
ध्रुवकुमार लोधी दूसरा पेट्रोल पंप लगा रहे थे। एक पेट्रोल पंप के लिए पहले भी वे जिला आपूर्ति अधिकारी व पीए को रिश्वत की राशि दे चुके थे लेकिन दूसरी बार भी उन्होंने वही मांग रखी तो इस बार उन्होंने रिश्वत की बातचीत को टेप कर लोकायुक्त सागर एसपी रामेश्वर यादव को दी। टेप की जांच में आवाज और बातचीत सही पाए जाने पर योजनाबद्ध ढंग से उन्होंने जिला आपूुर्ति अधिकारी और पीए को रंगेहाथों गिरफ्तार किया।