पुलिस की साइबर सेल ने लिंक रोड स्थित पैसिफिक पार्क में संचालित ठगी का कॉल सेंटर पकड़ा है। इसमें बैठे जालसाज लोन दिलाने के नाम पर ठगी करते थे। करीब आठ साल से चल रहे इस कॉलसेंटर के जरिए जालसाजों ने 10 हजार से अधिक लोगों के साथ 50 करोड़ रुपये से भी अधिक की ठगी की है। इनके एक बैंक खाते में एक साल के अंदर 60 लाख रुपये से अधिक ट्रांजेक्शन पाया गया है। पुलिस टीम ने दो संचालकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
साइबर सेल प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि 17 अगस्त को शास्त्री नगर में रहने वाले अमित गुप्ता ने शिकायत दी थी। इसमें उन्होंने बताया कि इसी साल जनवरी महीने में जालसाजों ने लोन दिलाने के नाम पर उनके साथ 20 हजार रुपये की ठगी की थी। शुरू में जालसाज उनका पैसा वापस करने का झांसा देते रहे, लेकिन बाद में जब मुकर गए तो पुलिस में शिकायत दी। साइबर सेल की टीम ने इसके आधार पर जांच करते हुए गुरुवार सुबह पैसिफिक पार्क में दबिश देकर इन जालसाजों को पकड़ा। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान बक्सर बिहार के रहने वाले राघो उर्फ राघव और सिंभावली हापुड़ के रहने वाले शिव कुमार के रूप में हुई है। दोनों जालसाज बीए तक की पढ़ाई की है और करीब आठ साल से ठगी का कॉलसेंटर चला रहे थे।
कॉलसेंटर में दोनों की तय थी जिम्मेदारी
क्षेत्राधिकारी साइबर अपराध अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि पकड़े गए दोनों जालसाज मिलकर कॉल सेंटर का संचालन करते थे। दोनों की जिम्मेदारियां तय थी। मूलरूप से हापुड़ का रहने वाला शिव कुमार यहां लक्ष्मी गार्डन लोनी में रहकर फर्जी बैंक खातों, एटीएम व नेटबैंकिंग आदि का इंतजाम करता था। वहीं महुआर बक्सर का रहने वाला राघो फर्जी रेंट एग्रीमेंट के सहारे मोबाइल का सिम कार्ड की व्यवस्था करता था।
एक ही खाते में मिला 60 लाख का ट्रांजेक्शन
क्षेत्राधिकारी साइबर अपराध ने बताया कि इन जालसाजों के पांच बैंक एकाउंट की जानकारी मिली है। इसमें से एक एकाउंट की पुलिस ने डिटेल निकाली है। इसमें एक साल के अंदर 60 लाख रुपये से अधिक का ट्रांजेक्शन पाया गया है। उन्होंने बताया कि बाकी बैंक खातों की डिटेल निकलवाई जा रही है। उन्होंने आशंका जताई कि बीते आठ साल में इन जालसाजों ने 10 हजार से अधिक लोगों के साथ 50 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है।
कविनगर थाने से जेल भेजा
साइबर सेल प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि इन जालसाजों की गिरफ्तारी कविनगर थाने में दर्ज मुकदमे के संबंध में हुई है। इसलिए गुरुवार को ही इन दोनों जालसाजों को कविनगर थाने में दाखिल कर अदालत में पेश किया गया, जहां से इन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि साइबर सेल की टीम इन जालसाजों के बाकी साथियों की तलाश कर रही है। इसके अलावा इनके अन्य बैंक खातों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
प्रतिष्ठित कंपनियों के नाम पर करते थे ठगी
साइबर सेल प्रभारी के मुताबिक आरोपी प्रतिष्ठित फाइनेंस कंपनियों के नाम पर ठगी करते थे। खासतौर पर जालसाज जब किसी शिकार को फोन करते थे तो खुद को एसएसजी मैनेजमेंट या आरएस सर्विस के अधिकारी बताते थे। आरोपी शिकार को बातों में उलझाकर प्रासेसिंग फीस के नाम पर रुपये अपने खाते में डलवा लेते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से 11 मोबाइल फोन, सात पासबुक, 19 डाटा पेपर शीट, 25 लैटर पैड खाली, छह एटीएम कार्ड, तीन आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।