पंजाब के मुख्यमंत्री पद से हाल ही में इस्तीफा देने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अब कांग्रेस पार्टी छोड़ने का भी ऐलान कर दिया है। इस बीच उन्होंने यह भी कहा है कि कांग्रेस पतन की ओर है और इसकी वजह वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार किया जाना है। कैप्टन अमरिंदर ने जहां एक तरफ खुद को अपमानित बताया है, वहीं एक दिन पहले ही पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाने वाले वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल को भी भारी विरोध का सामना करना पड़ा है।
पंजाब के पूर्व सीएम ने एक तरफ जहां कांग्रेस पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है तो वहीं बीजेपी में जाने की अटकलों को खारिज किया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह के दफ्तर की ओर से कहा गया, ”पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने साफ कर दिया है कि वह बीजपी में नहीं जा रहे हैं, लेकिन कांग्रेस में भी बने रहने की इच्छा नहीं है, जोकि अब वरिष्ठ नेताओं को पूरी तरह नजरअंदाज किए जाने और बोलने नहीं देने की वजह से पतन की ओर जा रही है।”
कैप्टन ने एक इंटरव्यू में यह भी कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को ‘जी 23’ की बात सुननी चाहिए। गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, मनीष तिवारी और विवेक तन्खा सहित 23 प्रमुख नेताओं ने पिछले वर्ष कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में संगठन चुनाव करवाने की मांग की थी। इस समूह के एक नेता जितिन प्रसाद अब भाजपा में शामिल हो चुके हैं। कपिल सिब्बल ने एक दिन पहले ही पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए परोक्ष रूप से राहुल गांधी पर निशाना साधा था और कहा था कि जिन लोगों को वे अपना खास मानते हैं वे पार्टी छोड़कर जा चुके हैं और जिन्हें वह नजदीकी नहीं मानते वे पार्टी के साथ बने हुए हैं।