ल्ली-एनसीआर से ऑन डिमांड कार चुराने वाले गैंग के चार सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनके पास से चोरी की फर्जी नंबर प्लेट लगी कार, फर्जी आरसी, इंश्योरेंस, आधार कार्ड, छह रिमोट चाबी, पांच अधबनी चाबी, देसी तमंचा, कारतूस, चाकू सहित गाड़ी चुराने वाले उपकरण बरामद किए हैं। गिरोह यहां से वाहन चुराकर अन्य राज्यों में वाहन डीलरों की मदद से ऊंचे दामों पर बेचकर मुनाफा कमाता है।
एसएचओ देवेंद्र सिंह पुंडिर ने बताया कि सिहानी गेट थाना पुलिस और सर्विलांस टीम ने संयुक्त रूप से अभियान चलाकर इस अंतरराजीय वाहन चोर गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि 28 सितंबर को मुखबिर ने सूचना दी थी कि मालीवाड़ा चौराहे से वाहन चोर गिरोह के सदस्य किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए जाएंगे। इस सूचना पर थाना सिहानी गेट और सर्विलांस की टीम ने बसंत रोड के मालीवाड़ा चौराहे से चेकिंग अभियान शुरू कर दिया। इसी दौरान एक कार नजर आई। इसे रोकने पर इसमें सवार लोगों की तलाशी ली गई तो उनके पास देसी तमंचा, जिंदा कारतूस, दो चाकू बरामद हुए।
इंजन और चेसिस नंबर बदलकर बेचते थे आरोपी
पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर छानबीन की तो कार दिल्ली से चुराई पाई गई, जिसकी दिल्ली में रिपोर्ट भी दर्ज है। साथ ही इस पर लगी नंबर प्लेट भी फर्जी थी। इस कार को फर्जी दस्तावेज के आधार पर पश्चिम बंगाल में बेचने की योजना थी। पूछताछ में इन्होंने अपना नाम आफताब उर्फ बंटी पुत्र अजहर खान निवासी फरीदाबाद, इरफान पुत्र जहांगीर निवासी पश्चिम बंगाल, अरसद खान पुत्र बाबर अली निवासी दिल्ली, मुस्तफा पुत्र वसीम निवासी अमरोहा बताया। साथ ही इन्होंने बताया कि यह कई सालों से गिरोह बनाकर वाहन चोरी करते आ रहे हैं। यह ऑन डिमांड कार चोरी कर उनके इंजन व चैसिस नंबर बदलकर देश के विभिन्न राज्यों में अन्य कार डीलरों के माध्यम से ऊंची कीमत पर बेच देते हैं।
ह सामान बरामद किया
पुलिस ने इनके पास से कार की फर्जी नंबर प्लेट, फर्जी आरसी, इंश्योरेंस व आधार कार्ड बरामद किए हैं। साथ ही इनके पास से छह गाड़ियों की रिमोट चाबी, पांच अधबनी चाबी, गाड़ी का लॉक तोड़ने व खोलने वाला एक पेचकस, एक गोल रेती एक छोटा बर्मा, पेपर कटिंग करने वाला चाकू आदि उपकरण भी मिले हैं।
11 मुकदमे दर्ज
पुलिस के अनुसार, इन चारों आरोपियों के खिलाफ दिल्ली, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर के विभिन्न थानों में चोरी के 11 मुकदमे दर्ज हैं। यह वह मुकदमे हैं जो आरोपियों से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चल सके हैं। पुलिस का दावा है कि पूछताछ करने पर और भी कई वाहन चोरी की घटनाएं खुल सकती हैं।
पूरे देश में फैला है नेटवर्क
पुलिस की मानें तो इस वाहन चोर गिरोह का नेटवर्क गाजियाबाद, दिल्ली से लेकर पश्चिम बंगाल तक फैला हुआ है। यह गिरोह दिल्ली, गाजियाबाद गौतमबुद्धनगर से वाहन चोरी करने के बाद उसे देश के अन्य देर राज्यों में बेच देता है। पुलिस छानबीन कर रही है कि इस गिरोह का नेटवर्क किस-किस राज्य तक फैला है।