समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में सरकार बनने पर प्रदेश स्तर पर जातीय जनगणना कराकर पिछड़ों को उनका हक और सम्मान दिया जाएगा। भाजपा सरकार पिछड़ों की गणना नहीं कराना चाहती है, क्योंकि वह जानती है कि इससे पिछड़े अपना हक और सम्मान मांगेंगे। समाजवादी पार्टी सहित तमाम दल चाहते हैं कि पिछड़ों की गिनती हो जाए, लेकिन भाजपा जातीय गणना नहीं कराना चाहती है।
अखिलेश ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि भाजपा सरकार में अपराध बढ़ा है। मुख्यमंत्री को एनसीआरबी के आंकड़ों की जानकारी नहीं है। महिलाओं पर सबसे ज्यादा अत्याचार और अन्याय यूपी में हो रहा है। मोहम्मद आजम खान को फर्जी मुकदमें में फंसा करके जेल में रखा गया है। सबसे ज्यादा कस्टोडियल डेथ यूपी में हुई। उन्होंने कहा कि कोरोना के समय भाजपा सरकार पूरी तरह से फेल रही। लोगों को दवा, ऑक्सीजन और बेड के लिए भटकना पड़ा। यह सरकार इंतजाम नहीं कर पाई। सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह से असफल रही। प्रदेश में आज न जनता की सुनवाई है और न विधायकों और सांसदों की। जनता भाजपा सरकार से नाराज है। वैक्सीन सर्टिफिकेट पर राष्ट्रीय ध्वज को क्यों नहीं लगाया जाता है?
अखिलेश ने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को तबाह कर दिया है। महंगाई और बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। लोगों के पास नौकरी और रोजगार नहीं है। पूरे प्रदेश का गरीब, किसान नौजवान, भाजपा सरकार के खिलाफ है। भाजपा मंत्रियों, सांसदों, विधायकों को अपमानित होना पड़ रहा है। भाजपा सरकार सरकारी संस्थानों को बेचने के साथ ही पिछड़ों और दलितों का आरक्षण भी बेंच दे रही है। सब कुछ निजी हाथों में चला जाएगा तो आरक्षण कौन देगा।