राष्ट्रीय स्तर पर किक्रेट टीम में चयन करवाने के नाम पर भावी क्रिकेटरों से ठगी मामले में गुरुग्राम पुलिस की जांच जारी है। इस मामले में सात और नाम सामने आए हैं। जांच के दौरान आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के सामने जिला क्रिकेट एसोसिएशन के प्रधान, पूर्व रणजी खिलाड़ी, कोच और मैच फिक्सर समेत कुल नौ नाम आ चुके हैं। पुलिस ने सभी को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए तलब किया है।
सभी आरोपियों को अगले सप्ताह अलग-अलग दिन बुलाया गया है। जांच के दौरान खिलाड़ियों से ठगी करने वाली स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कंपनी के खाते से उनके खातों में रुपये ट्रांसफर हुए हैं। इसके साक्ष्य पुलिस के सामने आए हैं। ऐसे में पुलिस इनके आधार पर पूछताछ के लिए बुलाया है।
ठगने वाली कंपनी से संबंध मिले : जांच अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच के दौरान जिला क्रिकेट एसोसिएशन में प्रधान, पूर्व रणजी खिलाड़ी,कोच, बल्लेबाज और मैच फिक्सर के नाम सामने आए हैं। सभी नौ लोगों का ठगी करने वाली स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कमेटी से कोई न कोई संबंध मिला है। ऐसे में सभी को नोटिस देकर पूछताछ के लिए अलग-अलग दिन बुलाया है। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान साक्ष्य आने पर कार्रवाई होगी। जांच में यह भी सामने आया है कि स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कंपनी के खाते से क्रिकेट एसोसिएशन के प्रधान के खातों में लाखों रुपये ट्रांसफर हुए हैं। इसके अलावा भावी खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर की टीम में खिलाने के नाम पर जालसाजों से मिलवाने की बात भी सामने आई है।
सात राज्यों में खिलाड़ियों को बनाया ठगी का शिकार
गौरतलब है कि स्पोर्ट्स मैनजमेंट कंपनी के निदेशकों ने हरियाणा, बिहार, सिक्किम, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के 14 खिलाड़ियों को ठगी का शिकार बनाया है। आरोपियों ने सभी से 1.30 करोड़ रुपये ठगे। 14 खिलाड़ियों में से एक महिला खिलाड़ी भी है, जो दिल्ली में अभ्यास करती है। पुलिस ने अभी तक इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक कंपनी की महिला निदेशक भी है।