पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को केंद्र सरकार ने अगले महीने रोम जाने के लिए अनुमति देने से इनकार कर दिया है। ममता बनर्जी को ‘विश्व शांति सम्मेलन’ में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के फैसले पर आपत्ति जाहिर करते हुए कहा है कि पीएम मोदी उनसे जलते हैं।
ममता बनर्जी ने कहा, ”आप मुझे नहीं रोक पाओगे, मैं विदेशों में जाने के लिए लिए उत्सुक नहीं हूं, लेकिन यह देश के सम्मान से जुड़ा है। आप (पीएम मोदी) हिंदू के बारे में बात करते हो, मैं भी एक हिंदू महिला हूं। आप क्यों मुझे इजाजत नहीं देते? आप पूरी तरह से ईर्ष्यालु हैं।”
तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता देबांग्शु भट्टाचार्य ने ट्वीट किया, ”केंद्र सरकार ने दीदी के रोम दौरे को अनुमति देने से इनकार कर दिया है। इससे पहले उन्होंने चीन दौरे की अनुमति भी रद्द कर दी थी। हमने अंतरराष्ट्रीय संबंधों और भारत के हित को ध्यान में रखकर उस फैसले को स्वीकार कर लिया था। लेकिन अब इटली क्यों मोदी जी? बंगाल के साथ आपको क्या समस्या है? छी!”
इस साल अगस्त में बनर्जी को रोम में स्थित कैथोलिक एसोसिएशन, सेंट एगिडियो के समुदाय के अध्यक्ष मैक्रो इम्पाग्लियाजो ने कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। वह एकमात्र भारतीय हैं जिन्हें बुलाया गया है। पोप फ्रांसिस, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल और मिस्र के अल-अलझर के सबसे बड़े इमाम एचई अहमद अल-तैयब सहित अन्य के 6 और 7 अक्टूबर, 2021 को होने वाले सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद है।
एक टीएमसी नेता ने बताया, ”एक खत में विदेश मंत्रालय ने बताया है कि यह कार्यक्रम किसी राज्य के मुख्यमंत्री की भागीदारी के लिए स्थिति के लिए अनुरूप नहीं है।” टीएमसी ने केंद्र सरकार के फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे प्रतिशोध की राजनीति बताया है।