किशनगंज जिले में करंट लगने से दो नाबालिग बच्चे सहित तीन लोगों की मौत हो गई। घटना ठाकुरगंज प्रखंड के मालीनगांव पंचायत अंतर्गत बांसबारी गांव और किशनगंज शहर के धर्मगंज मझिया रोड में हुई। ठाकुरगंज की मालीनगांव पंचायत के बांसबारी गांव में ललित ईंट भट्टा में लोहे की पाइप गाड़ने के दौरान एच तार में लोहे की पाइप के सटने से ईंट भट्टा के मुंशी जयसिंह और एक बाल मजदूर करंट की चपेट में आ गये थे। इससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ मौके पर इकट्ठी हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे स्थानीय थानाध्यक्ष इकबाल अहमद खां ने दोनों ही शव को पुलिस अभिरक्षा में लेकर पोस्टमार्टम के लिए किशनगंज भेज दिया। वहीं मृतक के परिजनों द्वारा देर शाम आवेदन दिए जाने के बाद पुलिस की जांच शुरू कर दी गई है। मृतक जय सिंह कोच बस्ती, पेटभरी डुमरियाके निवासी थे वहीं, बाल श्रमिक मालिनगांव पंचायत का रहने वाला था। जय सिंह के परिवार में उनकी पत्नी के अलावा एक पुत्र व तीन पुत्रियां हैं।
घटना के बाद देर शाम तक ईट भट्ठा संचालक सहित मैनेजर व अन्य कर्मी मौके से फरार रहे, जिस कारण मामले में उनका पक्ष नहीं लिया जा सका। वहीं बाल श्रमिक की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने क्षेत्र के ईंट भट्ठा संचालकों पर बाल मजदूरी करवाने का आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन से दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। जबकि दूसरी घटना किशनगंज शहर के धर्मगंज मझिया रोड में एक घर में करंट लगने से एक 8 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई।
मृत बालक दीनू कुमार पिता ललित पासवान धर्मगंज मझिया रोड का रहने वाला था। घटना के समय घर मे कोई नहीं था। जानकारी के अनुसार बच्चा घर में खेल रहा था। खेलते खेलते वह बिजली के बोर्ड के पास पहुंच गया। बच्चे ने जैसे ही बोर्ड पर हाथ दिया। जोर का झटका लगा और मौके पर ही बेसुध होकर गिर गया। आसपास के लोगों को कुछ आभाष हुआ। लोगों ने घर वालों को घटना की सूचना दी। घर वाले मौके पर पहुंचकर बच्चे को जमीन में बेसुध पड़ा देखा। आनन-फानन में बच्चे को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। तब तक बच्चे ने दम तोड़ दिया था। डॉक्टर ने भी बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
मालूम हो कि सितंबर के पहले सप्ताह में किशनगंज शहर के लाइन खनका चौक के पास वेपर लाइट ठीक करने के लिए बिजली पोल पर चढ़ने के दौरान बिजली मिस्त्री की मौत मौके पर हो गई थी । मृतक 45 वर्षीय राजेन्द्र पासवान हलीम चौक का रहने वाला था। वह पेशे से बिजली मिस्त्री का कार्य करता था। करंट लगने के बाद उसे आनन-फानन में सदर अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। बिजली मिस्त्री खनका चौक के पास पोल पर लगे खराब वेपर को ठीक करने पहुंचा था। जैसे ही पोल पर चढ़ा जोर का झटका लगा और करंट लगने से वह नीचे गिर गया। उसे सदर अस्पताल ले जाया गया। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इस महीने में इस तरह की घटनाओं में चार की मौत हो चुकी है।