रानीखेत में नगर के मीना बाजार में शनिवार तड़के आग लग गयी। इससे 11 दुकानें जलकर राख हो गईं। इस दौरान फास्ट फूड की दुकान में रखे तीन गैस सिलेंडर धमाके के साथ फट गये। जिससे आग ने विकराल रूप ले लिया। दमकल की टीम ने तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। दावा किया गया अग्निकांड से दुकानदारों को करीब एक करोड़ की क्षति पहुंची है।
हालांकि, फायर ब्रिगेड 65 लाख के नुकसान की संभावना जता रही है। इधर, प्रशासन की तरफ से नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। अग्निकांड पीड़ित में अधिकांश छोटे व्यापारी प्रभावित हुए हैं। उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। राजकीय चिकित्सालय के निचले हिस्से में स्थित मीना बाजार में शनिवार तड़के करीब 3:20 बजे अचानक आग भड़क उठी।
ब्लॉक प्रमुख ताड़ीखेत हीरा रावत ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को घटना की सूचना दी। देखते ही देखते आग ने करीब 11 दुकानों को अपनी चपेट में लिया। इधर, सूचना के 15 मिनट बाद प्रभारी अग्निशमन अधिकारी केशव दत्त तिवारी के नेतृत्व में दमकल की टीम मौके पर पहुंची।
लेकिन तब तक आग बेकाबू हो चुकी थी। इस बीच एक फास्ट फूड की दुकान में रखे तीन गैस सिलेंडर एक के बाद एक धमाके के साथ फट गये। जिससे दहशत फैल गई। कैंट के सायरन के माध्यम से आग लगने की जानकारी के बाद आस-पास के लोग भी मौके पर जुट गए।
ब्लॉक प्रमुख रावत समेत स्थानीय युवा अग्निशमन दस्ते के साथ आग पर काबू पाने में लग गये। फायर फाइटर्स ने दुकानों के अंदर रखे गए कुछ अन्य गैस सिलेंडरों को बाहर निकालने के साथ आग को फैलने से रोकने के लिए बीच की दुकानें तोड़कर गैप बनाया, जिससे पूरी बाजार जलने से बच गई।
करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सुबह छह बजे बाद आग पर काबू पाया जा सका। लेकिन भीषण आग के कारण 11 दुकानें और उनमें रखा सभी सामान जलकर राख हो गया। पीड़ित दुकानदारों के अनुसार उन्हें करीब एक करोड़ का नुकसान हुआ है। जबकि एफएसओ केशव तिवारी ने कहा लगभग 65 लाख के नुकसान का अंदेशा है। उन्होंने कहा शॉर्ट-सर्किट से आग लगने का अनुमान है। प्रशासन भी जांच में जुटने के साथ नुकसान का आंकलन कर रहा है।