नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गुरुवार को कहा कि उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के साले, दामाद और बहू की कंपनी को 55 करोड़ का ठेका दिया गया। उन्होंने पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर भी आरोप लगाए। कहा कि इस घोटाले को सबसे पहले हमारी पार्टी के नेता राम प्रकाश महतो ने पिछले साल ही उजागर किया था। इस वर्ष भी उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पूरी जानकारी दी। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे उसे साफ जाहिर होता है मुख्यमंत्री डर रहे हैं या भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रहे हैं।
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद सुशील मोदी के कैंडिडेट हैं। उनके इशारे पर सब हो रहा है। कहा कि नल जल योजना राज्य में नल धन योजना बन गई है। सभी जिलों में इसका ठेका जदयू और भाजपा नेताओं को दिया जा रहा है। जदयू और भाजपा के लोग चुनाव की तैयारी में लगे हैं उसके लिए वोट खरीदने को पैसा इकट्ठा करने का यह हथियार बन गया है।
इससे पहले बुधवार को भी तेजस्वी ने इस मामले को लेकर नीतीश कुमार और भाजपा नेताओं पर हमले किये थे। तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री के मुंह में दही जमी है। अगर मुंह खोलेंगे तो सृजन घोटाला फिर से खुल जाएगा। कहा कि मौजूदा सरकार में लगातार सरकारी खजाने को लूटा जा रहा है। ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार ही नजर आ रहा है।
तेजस्वी ने कहा कि ये जांच का विषय है लेकिन नीतीश कुमार जांच नहीं कराएंगे। वह कोई एक्शन नहीं ले सकते। उनके बस की बात ही नहीं है। वह तो अनुकंपा वाले मुख्यमंत्री हैं। बैशाखी पर सरकार चला रहे हैं। उनके लोग ही भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। सृजन घोटाला, बालिका गृह कांड, सात निश्चय वाले काम में भी भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। जनता दल यू वालों को चुन-चुन कर ठेके दिये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री को अपनी अंतरात्मा जगानी चाहिए।
तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी के लोग घोटालों करें तब भी दूघ के धुले हैं। डिप्टी सीएम के विभाग का मामला आ रहा है। इसके बाद भी नीतीश कुमार नहीं बोल रहे हैं। तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी के विधायक ने ही कहा था कि अधिकारी बिना घूस लिये कुछ नहीं करते। तेजस्वी ने कहा कि जब एक कांस्टेबल के पास से दस करोड़ की आमदनी के साथ आलीशान बंगला मिला है तो अधिकारी और मंत्री लेवल के लोग कितना भ्रष्टाचार किया होगा। केवल छोटे लोगों को पकड़ा जाता है। बड़ी मछलियां पकड़ी नहीं पकड़ी जाती हैं। इन्हें बचाने वाले नीतीश कुमार ही हैं।