पटना में शनिवार को जिम ट्रेनर विक्रम सिंह पर हुई फायरिंग की गुत्थी सुलझती हुई दिख रही है। लंबी पूछताछ के बाद पटना पुलिस ने गुरुवार को जदयू नेता व डॉक्टर राजीव कुमार सिंह और उनकी पत्नी खुशबू सिंह सहित पांच लोगों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को जिम ट्रेनर और खुशबू के तस्वीर मिली थी, जिसमें दोनों एक साथ गाड़ी में घूमते नजर आ रहे हैं। इसके अलावा कॉल रिकॉर्ड से यह बात भी सामने आई है कि खुशबू और जिम ट्रेनर विक्रम में 9 महीने के दौरान 1100 बार मोबाइल पर बातचीत हुई थी। दोनों के बीच के संबंध ही विक्रम पर फायिरंग की वजह बनी। पुलिस सूत्रों ने कहा कि विक्रम को रास्ते से हटाने के लिए तीन लाख की सुपारी दी गई थी, लेकिन गोलियां लगने के बाद भी उसकी जान बच गई। फिलहाल वह पीएमसीएच के आईसीयू में भर्ती है।
राजीव पहले जदयू मेडिकल सेल के राज्य उपाध्यक्ष के पद पर थे। हत्याकांड में नाम सामने आने के बाद उन्हें पद से हटा दिया गया था। पटना एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने उनकी गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि इस केस के बारे में जल्द ही मीडिया से सारा तथ्य साझा किया जाएगा।
विक्रम को अज्ञात अपराधियों ने शनिवार सुबह उस समय गोली मार दी थी, जब वह कदमकुआं थाना के तहत बुद्ध मूर्ति इलाके में जिम जा रहे थे। अज्ञात अपराधियों ने उसके शरीर में पांच गोलियां मारी थीं। पुलिस ने कहा कि विक्रम ने अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के लिए डॉ राजीव और उनकी पत्नी को आरोपी बनाया था।
ट्रेनर के बयान के बाद पुलिस ने राजीव और उनकी पत्नी को उनके पाटलिपुत्र कॉलोनी स्थित आवास से हिरासत में लिया और प्रारंभिक पूछताछ के बाद रिहा कर दिया। जांच के दौरान पता चला कि विक्रम और खुशबू इस साल जनवरी से एक-दूसरे को जानते थे और तब से एक-दूसरे को 1100 बार फोन कर चुके हैं।
पुलिस ने दावा किया कि विक्रम की हत्या करने के लिए शूटर्स को हायर किया गया था, जबकि गिरफ्तार डॉक्टर और उनकी पत्नी इस साजिश के पीछे के मास्टरमाइंड हैं। उन्होंने कथित तौर पर विक्रम की हत्या करने के लिए 3 लाख रुपये का भुगतान किया था। पुलिस को घटनास्थल से मिले सीसीटीवी फुटेज से यह पता चला कि इस घटना के पीछे अज्ञात अपराधियों का हाथ था।
डॉ राजीव, विक्रम और खुशबू के बीच कथित बातचीत का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसमें दंपति को विक्रम को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देते हुए सुना जा सकता है। दंपति ने बातचीत के दौरान कुछ पैसों के लेन-देन का भी जिक्र किया। ऑडियो करीब तीन महीने पुराना बताया जा रहा है।
विक्रम के परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि वह इससे पहले भी एक जानलेवा हमले से बचा था। डॉ राजीव बोरिंग रोड में एक क्लिनिक चलाते हैं। उन्होंने कथित तौर पर विक्रम को खुशबू के साथ उसके संबंधों के कारण जान से मारने की धमकी दी थी।