भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने सोमवार को ग्रामीण विकास विभाग (आरडीडी) के मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता हसन मुशरिफ के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक और आरोप लगाया है। बीजेपी नेता ने मुशरिफ पर कोल्हापुर की एक सहकारी चीनी फैक्ट्री में एक शेल कंपनी के जरिए फैक्ट्री में ज्यादा से ज्यादा शेयर लेकर 100 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है।
वहीं मुशरिफ ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि चीनी इकाई चलाने वाली फैक्ट्री में करीब 60,000 किसान शेयरधारक हैं। मुशरिफ ने कहा कि उन्हें ‘राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता’ और राज्य सरकार को अस्थिर करने के इरादे से निशाना बनाया जा रहा था।
सोमैया को कराड में स्थानीय पुलिस ने सोमवार को कोल्हापुर जाने से रोक दिया था। यहां उन्होंने कराड में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और ये नए आरोप लगाए। अगले दो दिनों में मुशरिफ द्वारा तीसरे घोटाले का पर्दाफाश करने की धमकी देने वाले भाजपा नेता ने अगले दो दिनों में मुंबई में प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग को घोटाले से संबंधित सभी दस्तावेज जमा करने की घोषणा की है। सोमैया ने आरोप लगाया कि मंत्री ने 2019 में ‘आरडीडी मंत्री बनने के बाद अर्जित अपने अवैध धन’ को चीनी कारखाने में बदल दिया।
बता दें कि इससे पहले सोमैया ने ग्रामीण विकास मंत्री और कोल्हापुर के कागल से विधायक मुशरिफ पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने और अपने परिजनों के नाम पर बेनामी रखने का आरोप लगाया था। मुशरिफ ने आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया था।
इससे पहले भाजपा नेता किरीट सोमैया ने रविवार को दावा किया था कि महाराष्ट्र के मंत्री हसन मुश्रीफ के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद उन्हें कानून-व्यवस्था और सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए जिला अधिकारी ने कोल्हापुर में प्रवेश करने से रोक दिया। इसके बाद सोमैया ने एक ट्वीट में इस घटनाक्रम को उद्धव ठाकरे सरकार की दादागिरी करार दिया। गौरतलब है, कि सोमैया ने इससे पहले कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल और अनिल परब के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए थे।