आबकारी विभाग के दीवान वीरेंद्र सिंह की सोमवार को संदिग्ध हालात में मौत हो गई। देर शाम शराब पकड़ने के लिए हुई छापेमारी में वह गए थे। इसके बाद अपने घर आ गए थे। मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन शव के पास बिजली तार पड़ा होने से करंट से मौत की आशंका व्यक्त की जा रही है।
वीरेंद्र शहर के भोलेपुर इलाके में किराए के मकान में रहते थे। वह आगरा के मूल निवासी थे। शनिवार को उन्होंने नेकपुर की बस्ती में टीम के साथ शराब पकड़ने के लिए छापा मारा था। इसके बाद वह अपने कमरे पर चले गए। सोमवार सुबह जब दीवान का फोन नहीं उठा तो पुलिस में मैनपुरी जिले में तैनात उनके बेटे श्यामवीर ने इसकी जानकारी आबकारी अधिकारी को दी। इस पर वीरेंद्र की तलाश शुरू हुई।
दोपहर में दीवान के कमरे पर जब आबकारी टीम पहुंची तो दरवाजा बंद था। ऐसे में पुलिस की मौजूदगी में दरवाजा तोड़ा गया तो देखा कमरे में दीवान मरे पड़े थे। पास में पंखा रखा हुआ था और तार पर पड़ा हुआ था। पुलिस को अनुमान है कि करंट लगने से मौत हो सकती है। फिलहाल शव को कब्जे में लेकर घर वालों को जानकारी दे दी गई है। घरवालों के पहुंचने के बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू होगी।