दिल्ली पुलिस ने फर्जी पासपोर्ट रैकेट चलाने के आरोप में पांच बांग्लादेशी नागरिकों सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि इनके पास से कुल 27 जाली पासपोर्ट भी जब्त किए गए हैं।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) (हवाई अड्डा) विक्रम पोरवाल ने बताया कि हमने 5 बांग्लादेशी नागरिकों सहित 6 आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास भारतीय पासपोर्ट हैं। 11 सितंबर को 3 आरोपियों को इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआई एयरपोर्ट) पर चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया गया था। धोखाधड़ी, जालसाजी और पासपोर्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
डीसीपी ने कहा कि आगे की जांच के दौरान इनके 3 सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया गया है। सभी 6 आरोपी पुलिस हिरासत में हैं। कुल 27 पासपोर्ट, विभिन्न देशों के 15 आगमन / प्रस्थान टिकट और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। आरोपियों के खिलाफ आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन में 11 सितंबर को मामला दर्ज किया गया है और जांच अभी जारी है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान फोजिल रब्बी शिपोन उर्फ सलाम सरदार, अख्तौजमां तालुकदार, रसाल उर्फ साहिदुल शेख, विभोर सैनी उर्फ विपुल सैनी, सौरभ घोष उर्फ बशीर उर्फ मिराज शेख और फहीम खान के रूप में हुई है।
दिल्ली पुलिस की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 11 सितंबर को, दो यात्री फोजिल रब्बी शिपोन और सहिदुल सेख, उनके एजेंट अख्तौजमां तालुकदार के साथ दोहा के लिए कतर एयरवेज की उड़ान में सवार होने के इरादे से आईजीआई हवाई अड्डे पर पहुंचे थे। सीआईएसएफ के अधिकारियों द्वारा उन्हें रोका गया और उनके दस्तावेजों की जांच करने पर वे नकली पाए गए। इसके बाद थाना आईजीआई हवाई अड्डे में एक मामला दर्ज किया गया और जांच की गई। 3 आरोपी व्यक्तियों से निरंतर पूछताछ और टेक्निकल सर्विलॉन्स के आधार पर उनके 3 और साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया और आगे की छापेमारी जारी है।
पूछताछ के दौरान गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने खुलासा किया कि वे दिल्ली में एक एजेंट अख्तौजमां तालुकदार से मिले थे, जिन्होंने 2,00,000 रुपये और 2,50,000 रुपये के बदले सर्बिया के लिए उनकी यात्रा की व्यवस्था की थी। पुलिस ने बताया कि उसने सलाम सरदार के नाम से एक और पासपोर्ट की भी व्यवस्था की थी।
इसके बाद पुलिस ने दिल्ली के सराय काले खां में एजेंट अख्तौजमां तालुकदार के घर पर छापेमारी की और 27 पासपोर्ट बरामद किए, जिनमें 10 भारतीय, 2 नेपाली और 15 बांग्लादेशी हैं। इसके साथ ही जब्त की गई अन्य वस्तुओं में कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल फोन, आप्रवासन और वीजा टिकटों सहित विभिन्न देशों के टिकट शामिल हैं।
आगे की पूछताछ से पता चला कि यात्रियों और एजेंट अख्तौजमां तालुकदार दोनों के पास भारतीय और बांग्लादेश दोनों पासपोर्ट थे। एजेंट अख्तौजमां तालुकदार ने खुलासा किया कि वह एक ट्रैवल एजेंट के रूप में काम कर रहा है और दिल्ली के सराय काले खां में उसका ऑफिस है। उसने इन दो बांग्लादेशी नागरिकों फोजिल रब्बी शिपोन उर्फ सलाम सरदार और रसल उर्फ साहिदुल शेख की यात्रा की व्यवस्था की। उन्होंने आगे खुलासा किया कि बशीर नाम का एक अन्य एजेंट भी है जो भारतीय पासपोर्ट की तैयारी/व्यवस्था में भी शामिल है।
आगे की जांच के दौरान, मुख्य एजेंट द्वारा यह खुलासा किया गया कि लोगों को विदेश भेजने का यह सारा काम बशीर, कुली-उर-रहमान, फहीम खान और विभोर सैनी उर्फ विपुल सैनी नामक एजेंटों के साथ मिलकर किया गया था।