भागलपुर जिले के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र स्थित एमबीए विभाग के पीछे 11 सितंबर की रात में हथियार के बल पर विवाहिता की अस्मत लूटने वाले आरोपितों में से एक आरोपी कन्हैया यादव को पुलिस तलाशती रह गयी। कन्हैया कुमार ने पुलिसिया मुस्तैदी व सक्रियता को धता बताते हुए गुरुवार को सुबह में कोर्ट में सरेंडर कर दिया। सरेंडर करने से पहले कोर्ट के अंदर मौजूद वकीलों से लेकर बाहर बैठे लोगों में से किसी ने भी वकील के ड्रेस में पहुंचे कन्हैया यादव को नहीं पहचाना। कोर्ट ने उसे न्यायिक अभिरक्षा के जरिये जेल भेज दिया।
वकील बनकर 15 मिनट तक रहा कोर्ट में
महिला की अस्मत लूटने के आरोपी कन्हैया यादव एसीजेएम कोर्ट में करीब 15 मिनट रहा। उसके सामने ही उसके वकील ने सरेंडर सह जमानत याचिका दाखिल की। करीब पौने 11 बजे एसीजेएम आरके रैना की मौजूदगी में जब सरेंडर के लिए कन्हैया यादव का नाम पुकारा गया तो उसने कोर्ट के सामने ही वकीलों द्वारा पहना जाने वाला काला कोट उतार दिया और कोर्ट के समक्ष सरेंडर कर दिया। उसके इस अंदाज को देखकर हरेक शख्स हैरान हो गया। इसके बाद कोर्ट ने उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। पुलिसिया सूत्रों की मानें तो अब कन्हैया यादव को रिमांड पर लेने के लिए पुलिस कोर्ट में आवेदन देगी।
हथियार के बल पर महिला से दुष्कर्म का आरोप
गौरतलब है कि 11 सितंबर की रात को विश्वविद्यालय थानाक्षेत्र के एमबीए भवन के पीछे एक विवाहिता के साथ दुष्कर्म किये जाने का मामला प्रकाश में आया था। पीड़िता ने पुलिस को दिये तहरीर में आरोप लगाया था कि उसके पति को परबत्ती क्षेत्र के ही कन्हैया यादव व साजन कुमार ने 500 रुपये खाने-पीने के लिए मांगा। न देने पर उसे मारापीटा और बंधक बना लिया था। इस दौरान आरोपियों ने पीड़िता को फोन करके एमबीए भवन के पीछे बुलाया था और पिस्टल सटाकर उसके साथ दुष्कर्म किया था। मामले में विश्वविद्यालय थाने में कन्हैया यादव व साजन कुमार के खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज हो गया था और तबसे पुलिस दोनों की तलाश में थी।