जम्मू-कश्मीर विधान परिषद के पूर्व सदस्य और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या के मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस हत्याकांड में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। इनकी गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किया है।
गिरफ्तार किए गए इन दोनों आरोपियों की पहचान राजू गंजा और 67 वर्षीय बलबीर उर्फ बिल्ला के रूप में हुई है। राजू गंजा को जम्मू से गिरफ्तार किया गया है।
एडिशनल डीसीपी पश्चिम दिल्ली प्रशांत गौतम ने बुधवार को बताया कि अभी तक की जांच में सामने आया है कि हरप्रीत ही इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड था और वही सारी योजना बना रहा था। शुरुआती जांच में समझ आ रहा है कि इनकी लगभग 45 दिन से योजना चल रही थी कि वो वजीर को दिल्ली बुलाकर खत्म कर देंगे।
इस साजिश में एक आरोपी राजू गंजा भी पूरी तरह शामिल था। पहले वो मुंबई में ड्राइवर का काम करता था, 14 अगस्त को आ गया और हरप्रीत के साथ ही रहता था। इन 4 लोगों ने योजना बनाकर त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या की। हरमीत भी हरप्रीत के घर ही रह रहा था। अभी की स्टेटमेंट से हरमीत ने ही गोली चलाई थी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब पुलिस राजू गंजा के घर पहुंची तो पता चला कि वो घर पर नहीं है और अपनी ससुराल जम्मू में जाकर छुपा हुआ है। हमने उसके ससुराल पहुंचकर उसे पकड़ लिया। बातचीत में उसने बताया कि हम 4 लोग थे। चौथे का नाम बिल्लू बताया जा रहा है। उसने बताया कि ये हत्या 3 सितंबर को 9-10 बजे के बीच हुई थी और हत्या से पहले वजीर को खाने में नशे की दवा मिलाकर दी गई थी।
गौरतलब है कि 67 वर्षीय त्रिलोचन सिंह वजीर का शव 9 सितंबर को बसई दारापुर इलाके में फ्लैट के वॉशरूम में सड़ी-गली अवस्था में मिला था। उनके सिर पर प्लास्टिक लपेटा गया था। उनकी जान-पहचान वाले हरप्रीत सिंह (31) ने यह फ्लैट किराये पर लिया था। पुलिस ने बताया कि वजीर दो सितंबर को दिल्ली आए थे और तब से हरप्रीत सिंह और उसके दोस्त हरमीत सिंह के साथ रह रहे थे। हरप्रीत और हरमीत दोनों फरार हैं और उनका पता लगाने के लिए कई टीमों का गठन किया गया है।
वजीर के भाई ने दावा किया कि जम्मू निवासी वजीर को अपने परिवार से मिलने के लिए दो सितंबर को कनाडा के लिए फ्लाइट लेनी थी। जब कई दिनों तक उनकी कोई खबर नहीं मिली तो उनके परिवार ने जम्मू पुलिस को सूचित किया जिसने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद दिल्ली पुलिस को गुरुवार 9 सितंबर को मोती नगर में एक फ्लैट से बदबू आने की शिकायत भी मिली थी। घटनास्थल पर पहुंचने के बाद जब पुलिस ने दरवाजा खोला तो टॉयलेट में एक शव सड़ी-गली हालत में पाया। मृतक की शिनाख्त त्रिलोचन सिंह वजीर के रूप में उनके एक जानकार ने की थी।