मुजफ्फरपुर के मोतीपुर बैंक ऑफ बड़ौदा में 40 लाख रुपए लूट की योजना से अपराधियों ने धावा बोला था। अपराधी पूर्व से ही बैंक की रेकी कर रहे थे। उन्हें अनुमान था कि सोमवार को बैंक की शाखा में कम से कम 40 लाख रुपए होंगे। इसके लिए स्थानीय लाइनर का सहयोग लिया गया था जो भीड़ की आड़ में फरार हो गए। हालांकि गोली लगने से घायल 2 युवकों में से एक पर पुलिस अपराधियों का लाइनर होने की आशंका जता रही है। पुलिस की गोली से घायल लुटेरों ने पुलिस की पूछताछ में इसका खुलासा किया है।
ग्राहक के रुप में लूटेरे 2 सप्ताह जुटा रहे थे बैंक के अंदर की जानकारी
गिरफ्तार धीरज और प्रशांत ने बताया है कि ग्राहक बनकर 2 सप्ताह से अपराधियों के गुर्गे बैंक के अंदर की जानकारी जुटा रहे थे। सोमवार को बैंक खुलने के साथ ही लूट लेने की योजना बना ली गई थी। लेकिन सभी लुटेरों को साथ जुटने में देरी हो गई। उसके बाद तय किया गया कि शाम में धावा बोला जाए ताकि सोमवार का कलेक्शन भी हाथ लग जाएगा और उस समय बैंक में भीड़ भी कम होगी। पकड़े गए लुटेरे मोतीपुर के बगल के प्रखंड कांटी और मीनापुर के हैं। इनकी पहचान कांटी के साइन गांव के प्रशांत कुमार, मीनापुर के पानापुर निवासी धीरज कुमार और मीनापुर के ही खरहर निवासी मनीष उर्फ बंसल के रूप में हुई है। पुलिस की गोली से मर चुका अपराधी मीनापुर के हरशेर का प्रिंस था। ये सभी बैंक ऑफ बड़ौदा मोतीपुर से 20 किलोमीटर के दायरे में रहते थे। पुलिस को कार्रवाई के दौरान 6 लोडेड देसी पिस्टल मिले। जबकि गिरफ्तार अपराधी 4 हैं। पुलिस इस बिंदु पर जांच कर रही है। गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ कर रहे डीएसपी रामनरेश पासवान ने कहा है कि यह स्थानीय गिरोह है जो जिले के अलग-अलग इलाकों में लूटपाट करता है।
मुकाबले के लिए पुलिस ने पिस्टल से एके-47 तक जुटा रखा था
बैंक लूट की इस वारदात को विफल करने में पुलिस को खुफिया इनपुट से सफलता मिली है। बैंक खुलने के साथ ही पुलिस वाले ग्राहक के रूप में अंदर प्रवेश कर गए थे। कुछ कुछ पुलिस जवान सादे लिबास में बाहर गश्त लगा रहे थे। पुलिस ने अपराधियों से निपटने के लिए पिस्टल से लेकर एके-47 तक का इंतजाम कर रखा था। बैंक के पास डीएसपी पूर्वी मनोज कुमार पांडे ने मोर्चा संभाल रखा था जबकि एसपी जयंत कांत भी इलाके में मौजूद थे। पुलिस ने एक चिन्हित अपराधी रुपेश के मोबाइल को सर्विलांस पर रखा था। लेकिन बार-बार उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो जाने की वजह से ऑपरेशन में दिक्कत आ रही थी। बताया जा रहा है कि इस पूरे कांड का मास्टरमाइंड रुपेश ही है।
कार और उसमे सवार लोगों की तलाश
स्थानीय स्तर पर चर्चा हो रही है कि मुठभेड़ शुरू होते ही मौके पर मौजूद एक कार को ड्राइवर लेकर फरार हो गया जिसमें कुछ लोग सवार थे। पुलिस रुपेश के साथ-साथ कुछ कार की भी तलाश कर रही है। बता दें कि सोमवार के शाम 4:00 बजे तीन बाइक पर सवार छह अपराधियों ने मोतीपुर के पचरुखी बैंक ऑफ बड़ौदा को लूटने की कोशिश की। लेकिन पहले से तैयार पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया। पुलिस ने एक अपराधी को मार गिराया और तीन लूटेरों को गोली मारकर घायल कर दिया। घटना में दो अन्य लोगों को भी गोली लगी है जिन्हें स्थानीय बताया जा रहा है। पुलिस मोतीपुर के साथ-साथ मोतिहारी, बरूराज, कांटी, मीनापुर और शिवहर के इलाकों में छापामारी कर रही है।