महाराष्ट्र में सात लाख से अधिक किसानों ने मानसून के इस मौसम के दौरान बीमा कंपनियों को फोन कर अत्यधिक बारिश से फसलों को पहुंचे नुकसान की जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि फसल बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों को खेतों में जाकर निरीक्षण और क्षति का आकलन करना होगा, इसके बाद वे जो रिपोर्ट देंगे उसके आधार पर किसानों को बीमा राशि दी जाएगी।
राज्य कृषि आयुक्तालय के मुख्य सांख्यिकीय अधिकारी विनयकुमार अवाटे ने पीटीआई-भाषा को बताया, ”एक अगस्त तक पूरे महाराष्ट्र के किसानों से भारी बारिश से फसलों को क्षति पहुंचने के संबंध में कुल 2,56,985 कॉल मिले। इस तरह के कॉल की संख्या एक सितंबर तक बढ़कर 4,15,747 हो गई और नौ सितंबर को यह बढ़कर 5,53,491 हो गई। वहीं पिछले दो दिनों में इस तरह के कॉल की संख्या सात लाख के पार चली गई।
अधिकारी ने बताया कि आंकड़े और भी बढ़ सकते हैं क्योंकि सप्ताहांत में आए कॉल संबंधी जानकारी सोमवार को अद्यतन (अपडेट) की जाएगी। उन्होंने बताया कि फसल क्षति के अलावा किसानों ने मृदाक्षरण, मवेशी घर को पहुंचे नुकसान और अन्य क्षति की जानकारी दी है। उनके मुताबिक राज्य के मराठवाड़ा क्षेत्र में पिछले सप्ताह भारी बारिश के बाद किसानों की ओर से आने वाले इस तरह के कॉल की संख्या उल्लेखनीय तरीके से बढ़ गई।