यूपी विधानसभा चुनाव से पहले सीतापुर के सदर विधायक एक फोटो वायरल होने के बाद चर्चा में हैं। दरसअल वायरल हुई फोटो में भाजपा विधायक पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ हैं। ऐसे में अटकलें तेज हो गई हैं कि सदर विधायक भाजपा का दामन छोड़कर सपा में शामिल हो चुके हैं। हालांकि विधायक ने इसे एक शिष्टाचार मुलाकात कहा है। चर्चा में रहे सीतापुर जिले की सदर सीट से भाजपा विधायक राकेश राठौर का यह पहला फोटो नहीं है।
इससे पहले वायरल हुए वीडियो और बयान सरकार को घेरने वाले रहे हैं। इसी वर्ष 17 मई को कोरोना में हो रही मौतों को लेकर इन्होंने अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा किया था। कहा था कि विधायकों की हैसियत क्या है, हम ज्यादा बोलेंगे तो हम पर भी राजद्रोह और देशद्रोह का मुकदमा लग सकता है। कई और मुद्दों पर भी ये चर्चा में रहे। रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ भाजपा विधायक की फोटो वायरल हुई तो सियासत फिर गर्म हो गई। चर्चा तेज हो गई कि भाजपा विधायक ने सपा का दामन थाम लिया है। हालांकि भाजपा छोड़ने की बात से विधायक राकेश राठौर इंकार कर रहे हैं। इनका कहना है कि उनकी मुलाकात पूर्व मुख्यमंत्री से अवश्य हुई थी लेकिन वो सबकुछ एक शिष्टाचार से जुड़ा है। कहा कि वे अभी भाजपा में ही हैं।
चर्चा में रही टेलीफोन की बातें
मुख्य सचिव कार्यालय से एक बार फोन आया कि लॉकडाउन की अवधि में जनता संतुष्ट है कि नहीं तो सदर विधायक बोले कि विधायक की सुनता कौन है, एक गाड़ी छुड़ाने की हैसियत नहीं। इसी तरह रामकोट थाना क्षेत्र से जुड़े चार हिस्ट्रीशीटरों पर पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने और भूमाफियों के विरुद्ध चलाई जाने वाली मुहिम में असली चेहरों को छुपाने की प्रशासनिक तरकीब भी इनके द्वारा उठाए गए मुद्दों के रूप में चर्चा में रही।