राजस्थान में अजमेर पुलिस ने नीट, जेईई एवं कॉमेड परीक्षा में फर्जी विद्यार्थियों को बैठाकर धोखाधड़ी करने वाले राष्ट्रीय गिरोह का पदार्फाश करते हुए तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
अजमेर रेंज के आईजी पुलिस एस. सेंगाथिर ने शुक्रवार को मामले की जानकारी देते हुए पत्रकारों को बताया कि उक्त प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कमजोर लड़कों से संपर्क कर गैंग के लोग होशियार लड़कों के नाम पर परीक्षा दिलाकर उन्हें पास कराने की जिम्मेदारी लेते थे जिसमें परीक्षार्थी से एक लाख रुपये अग्रिम, परीक्षा वाले दिन 7-8 लाख रुपए तथा परीक्षा के पश्चात कॉलेज चयन के नाम पर 21-22 लाख रुपए वसूलते थे। इस तरह वे प्रति परीक्षार्थी 30 लाख रुपये तक वसूल लेते थे।
सेंगाथिर ने बताया कि इस तरह की जानकारी हासिल होने के बाद और उसकी पुष्टि के बाद पुलिस थाना सिविल लाइंस अजमेर में एक प्रकरण दर्ज कराया गया और स्वयं उनके निर्देशन में पुलिस अधिकारियों की टीम गठित कर कार्यवाई शुरू की गई। आज इसी प्रकरण में मूल आरोपी अर्पित स्वामी, गजेंद्र स्वामी, मोहम्मद दानिश रजा को दस्तयाब किया गया।
उनके पास से 4 लैपटॉप, 40 मोबाइल, पेनड्राइव, हार्ड डिस्क, मार्कशीटें, मूल पहचान पत्र, फर्जी विद्यार्थियों को बैठाने के संबंध में संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए गए। उन्होंने बताया कि उक्त तीनों आरोपियों के लिए दिल्ली, कोटा, जयपुर में दबिश दी गई जिसके चलते राष्ट्रीय गैंग का पदार्फाश संभव हो सका।
उन्होंने बताया कि यह संपूर्ण कार्यवाही योजनाबद्ध तरीके से की गई जिसमें पुलिस के साथ साथ अन्य लोग भी सहयोगी रहे। उन्होंने कहा कि दलालों का बड़ा वर्ग सोशल माध्यम से एक्टिव होकर पूरे देश में सक्रिय हैं। गैंग कितना बड़ा है और इसकी गहराई कहां तक है यह अनुसंधान का विषय है।
उल्लेखनीय है कि अजमेर रेंज पुलिस ने नीट परीक्षा से पहले सीटों पर धांधली का बड़ा खुलासा कर न केवल राजस्थान बल्कि देश में खलबली ला दी।