राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने बताया है कि महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी की सरकार कैसे बनी? शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले शिवसेना और बीजेपी साथ थे। चुनाव के नतीजों के बाद उन्हें लगने लगा कि उनके साथ कुछ नाइंसाफी हुई है। हम उस समय तक शांत थे। जैसे-जैसे दिन गुजर रहा था सरकार बनाना मुश्किल हो गया था। ‘India Today’ से बातचीत के दौरान शरद पवार ने कहा कि मैं उद्धव ठाकरे को बचपन से देखा है। उद्धव ठाकरे अपने पिता बाला साहेब ठाकरे की बताई राह पर चल रहे थे। जब शिवसेना औऱ बीजेपी के बीच दूरियां बढ़ी तब हमारी पार्टी के कई लोगों को ऐसे लगने लगा कि हम शिवसेना के साथ बातचीत कर सकते हैं। हम लोगों ने इसपर चर्चा की और संजय राउत भी उस वक्त पहुंचे।
शरद पवार ने कहा कि हमने सोनिया गांधी से भी बातचीत की है। ऐसा तब हुआ जब हमने आपस में चर्चा की और जब हमने लगने लगा कि शिवेसना और बीजेपी की सरकार नहीं बन सकती है तब हमने सोनिया गांधी से बात करने का फैसला किया। हमें महसूस हुआ कि कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की सरकार बन सकती है। कांग्रेस में भी कुछ लोगों को यह बात सही लगी। लेकिन उन्हें आशंका थी कि क्या सोनिया गांधी इस फॉर्मले के लिए राजी होंगी। हालांकि, सोनिया गांधी को प्रस्ताव देने से पहले इसके बाद मैंने सोनिया गांधी से बात की थी और कहा था कि यह देखने की जरुरत है कि भाजपा सत्ता में ना आए। इसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी के सदस्यों के साथ विचार-विमर्श किया था।
शिवसेना के साथ सरकार बनाने को लेकर इस बातचीत में राहुल गांधी कभी नहीं आए। सोनिया गांधी ने एक बैठक की थी और इसके बाद उन्हें सभी की तरफ से सकारात्मक प्रतिक्रिया आई थी। इसके बाद उन्होंने सरकार बनाने को हरी झंडी दे दी।