लॉकडाउन में आर्थिक तंगी के शिकार लोगों की जुर्माने ने भी जेब खाली की है। कोविड नियमों की अनदेखी करने पर दिल्लीवालों पर बीते चार महीने में सरकारी एजेंसियों की ओर से 135 करोड़ रूपये का जुर्माना लगाया गया है। यानि दिल्लीवालों ने मई से अगस्त के बीच रोजाना 1.12 करोड़ रूपये का जुर्माना रोज भरा है। यह जुर्माना दिल्ली सरकार व दिल्ली पुलिस की इनफोर्समेंट टीमों ने लगाया है।
दिल्ली सरकार की इनफोर्समेंट टीम ने मई, जून, जुलाई और अगस्त में ही 6.05 लाख लोगों पर 103 करोड़ का जुर्माना लगाया है। वहीं दिल्ली पुलिस ने इन चार महीने में 32.44 करोड़ का जुर्माना लगाया है। इस दौरान 55 हजार से अधिक लोगों पर मुकदमा भी दर्ज कर 15 हजार से अधिक लोगों को गिरफ्तार भी किया गया जिन्हें बात में जमानत भी लेनी पड़ी। वरिष्ठ अधिकारियों की माने तो सबसे अधिक जुर्माना 2000 रूपये का मास्क नहीं लगाने और सामाजिक दूरी का पालन नहीं करने पर लगाया गया है।
मई से जुलाई के दौरान लगातार कोविड नियमों की अनदेखी करने वालों की बढ़ोत्तरी हुई है या यू कहें कि इनफोर्समेंट टीम ज्यादा सक्रिय दिखी। हर मामह जुर्माने की राशि में इजाफा होता गया। वहीं बीते माह यानि अगस्त में लॉकडाउन से लगभग पूरी तरह से राहत मिलने के बाद थोड़ी ढिलाई दिखाई दी है। चार महीने में पहली बार कुल जुर्माने की राशि में गिरावट हुई है। जुलाई जिस माह में दिल्ली सरकार की टीम ने सबसे अधिक 36.21 करोड़ का जुर्माना लगाया था वह अगस्त में घटकर 26.74 करोड़ रूपये ही लगाया गया है।
बीते सप्ताह हुए डीडीएमए की बैठक में कोविड नियमों की अनदेखी करने वालों पर हुए कार्रवाई का यह डाटा रखा गया है। साथ ही कोविड नियमों पर अनदेखी करने वालों पर सख्ती जारी रखने का निर्देश इनफोर्समेंट एजेंसियों को दिया गया है। वर्तमान में दिल्ली सरकार की 159 से अधिक इनफोर्समेंट टीम काम कर रही है। वहीं दिल्ली पुलिस में यह जिम्मेदारी लोकल थानों की टीम को दिया गया है।