ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तहादुल मुस्लिमीन एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने मुस्लिमों का वोट लिया लेकिन नेता नहीं बनने दिया गया। जिनके नाममात्र के वोट हैं वो नेता बने बैठे हुए हैं। भाजपा को छोड़कर सभी दलों को मुस्लिम वोट की याद आती है। तालिबान के प्रति नरम दिल ओवैसी ने कहा कि अफगानिस्तान में महिला उत्पीड़न नहीं हो रहा कानपुर में बेटियों के साथ बदसलूकी की गई उसे देखिए।
नगर के ओदरा बाईपास पर आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्बोधित करते समय ओवैसी ने कहाकि हमे सत्ता की लालच नहीं है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मुस्लिमों को दूध देने वाली भैंस समझते हैं। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अब त्रिशूल उठा लिया है। आरएसएस के मोहन भागवत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि इस्लाम धर्म बादशाहों से नहीं आया। योगी की गाय की राजनीति पर टिप्पणी की। दूध और वोट गाय से दोहरा लाभ लिया जा रहा है।
ओवैसी ने विधायक सूर्यभान सिंह को सूर्या नाम से सम्बोधित किया। पूर्व विधायक अनूप संडा को अनूप के नाम से सम्बोधित करते हुए कहा कि अनूप चुनाव हारे तो यह कहा गया कि मुस्लिमों ने वोट नहीं दिया ,यह कभी नहीं कहा गया कि यादवों ने वोट नहीं दिया। सीएम योगी के ठोकने के बयानों की ओवैसी ने सभा में खूब खिल्ली उड़ाई। कुर्मी समाज का वोट लेने के लिए अनुप्रिया पटेल को मंत्री प्रधानमंत्री ने बनाया है।
शोषित मजलूमों को समाज को बराबरी का हक दिलाने के लिए बाबा साहब ने संविधान में मौलिक अधिकार प्रदान कर वोट का हथियार प्रदान किया। जिसको चाहें जमीन पर जिसको चाहें कुर्सी दिला सकते हैं। जहां पर हमारी पार्टी लड़ी वहां हैदराबाद व औरंगाबाद समेत तीन सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ा। दो पर जीत मिली, वहां पर बीजेपी चुनाव नहीं जीत पाई। कांग्रेस ने भी 60 साल तक मुस्लिमों को का वोट लिया नेता नहीं बनने दिया। सुलतानपुर विधानसभा से मिर्जा अकरम बेग को पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया। इस मौके पर राष्ट्रीय प्रवक्ता डा.मन्नान, आसिम वकार, जिलाध्यक्ष सरफराज व अन्य रहे।
जेल से भेजा गया अतीक अहमद का पत्र पढ़ा
एआईएमआईएम के सम्मेलन में बेटे अली के साथ आई पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने कहाकि गुजरात के साबरमती जेल में उनके पति को कैंद किया गया है। उन्होंने अवाम के लिए अतीक के जेल से भेजे गए पत्र को पढ़ा जिसमें अतीक अहमद की ओर से संदेश दिया गया कि सूबे में जिनकी तादाद छह फीसदी है उन्हें सूबे का सीएम बनाया जा रहा है। उन्हीं लोगों के बच्चों को डॉक्टर और इंजीनियर बनाया जा रहा है। जिनकी तादाद 16 फीसदी है उन्हें कभी प्रदेश का सीएम बनने का मौका ही नहीं दिया गया। मुसलमानों से सिर्फ रिक्शा चलवाया जा रहा है और उनसे पंचर बनवाया जा रहा है। मुसलमान को कभी नेता बनने का मौका ही नहीं दिया गया। मस्लिमों से सिर्फ वोट लिया गया। कोविड प्रोटोकाल हुआ ध्वस्त: सम्मेलन में कोविड प्रोटोकाल पूरी तरह से ध्वस्त रहा। कार्यकर्ताओं में लगातार धक्कामुक्की मची रही। मीड़ियाकर्मी भी धक्कामुक्की से परेशान हुए।