अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मंगलवार को कहा कि तालिबान ने दोहराया था कि वो अफगानिस्तान से निकलने की कोशिश कर रहे अफगानियों को वहां से निकलने की अनुमति देंगे। दरअसल इससे पहले ऐसी खबरें आईं थी कि तालिबान, कुछ अमेरिकियों समेत सैकड़ों लोगों को नॉर्दन अफगानिस्तान स्थित एक एयरपोर्ट से निकलने नहीं दे रहा। करीब एक हफ्ते से तालिबान ने इन लोगों को बाहर जाने से रोक रखा है। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की काफी आलोचना भी हो रही थी।
अब तालिबान ने अमेरिका से कहा है कि वो कागजातों के साथ सफर रहे लोगों को अफगानिस्तान से निकलने की इजाजत देगा। इस बात की जानकारी ब्लिंकन ने एक संवाददाता सम्मेलन में दी। ब्लिंकन मंगलवार को कतर के शीर्ष राजनयिकों और रक्षा अधिकारियों के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की राजधानी से अतिरिक्त चार्टर उड़ानों के बंदोबस्त के लिए अमेरिका पिछले कुछ समय से तालिबान के साथ संपर्क में है।
विदेश मंत्री ने कहा कि तालिबान ने उन सभी लोगों को सुरक्षित निकासी का आश्वासन दिया है जो उचित यात्रा दस्तावेजों के साथ अफगानिस्तान से निकलना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में अब भी करीब 100 अमेरिकी नागरिक जहां-तहां हैं जो वहां से निकलना चाहते हैं। विदेश विभाग ने पहले बताया था कि लगभग 100 से 200 लोग ऐसे हो सकते हैं।
ब्लिंकन और अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन कतर में हैं। वे 15 अगस्त को तालिबान के काबुल पर कब्जा करने के बाद अफगानिस्तान से हजारों लोगों को निकालने में मदद करने के लिए खाड़ी अरब देश का शुक्रिया अदा करने यहां आये हैं। कतर की तरफ से कहा गया है कि पिछले कुछ दिनों से काबुल एय़रपोर्ट बंद है औऱ हमें आशा है कि जल्द ही इसे फिर से खोल दिया जाएगा।
ब्लिंकन ने कहा कि इस वक्त अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर तालिबान पर है कि वो अपने वादों पर कितना खरा उतरता है। सोमवार को जो बाइडेन कैबिनेट के वरिष्ठ सदस्य ने कतर में शेख तमीम बिन हमद अल-थानी के साथ डिनर किया और अफगानिस्तान में एयरलिफ्ट के लिए दोहा का शुक्रिया अदा किया। कुछ गैर सरकारी संगठनों का कहना है कि करीब 600-1300 लोग मज़ार-ए-शरीफ एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं।
इनमें लड़कियां और अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं। संस्था का कहना है कि तालिबान इन लोगों को वहां से निकलने नहीं दे रहा है। ब्लिंकन ने कहा कि तालिबान ने उचित कागजों पर यात्रा कर रहे लोगों को निकलने से नहीं रोका है। लेकिन सभी यात्रियों के पास वैध कागजात नहीं हैं। ब्लिंक ने इस बात से इनकार किया कि इन लोगों को वहां कैद कर लिया गया है।