बसपा प्रमुख मायावती ने रविवार को एक बार फिर पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयप्रकाश पर निशाना साधते हुए कथित चंदा वसूली पर लोगों को सचेत किया। जयप्रकाश दादरी के गांव शाहपुर के मूल निवासी हैं और वर्तमान में खोड़ा में रहते हैं। मायावती के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जयप्रकाश ने कहा कि पार्टी प्रमुख को कुछ लोगों ने भ्रमित कर रखा है।
मायावती ने ट्वीट किया कि ‘बसपा आंदोलन की सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय की सोच से भटकाव आदि के कारण पार्टी से निष्कासित पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयप्रकाश द्वारा इन दिनों ‘बहन जी को सीएम बनाना है’ के नाम पर लोगों से चंदा वसूला जा रहा है, जो घोर अनुचित है। उन्होंने ऐसे सभी लोगों से सावधान रहने की अपील की।
जयप्रकाश पहले बसपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुके हैं। अनुचित बयानबाजी करने के आरोप में तीन साल पहले उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। मायावती का ट्वीट आने के बाद जयप्रकाश ने कहा कि बसपा एक मिशन है और बहन जी हमारी नेता हैं। उन्होंने चंदे को लेकर आपत्ति की है। इसको लेकर रविवार को ही सोशल मीडिया पर भी कह दिया है कि हम किसी से अब कोई चंदा नहीं लेंगे। हम आज भी बसपा का झंडा लेकर चल रहे हैं औऱ बसपा के लिए ही काम कर रहे हैं। पार्टी सुप्रीमो को कुछ लोगों ने भ्रमित कर रखा है।
उधर, बसपा के गौतमबुद्ध नगर जिलाध्यक्ष लखमी सिंह ने आरोप लगाया कि पार्टी से निष्कासित किए जाने के बावजूद जयप्रकाश सिंह पार्टी अध्यक्ष की तस्वीर और पार्टी के झंडे आदि का इस्तेमाल कर रहे हैं। साथ ही, पार्टी के चंदे के नाम पर वसूली कर रहे हैं। उनका अब बसपा से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने करीब एक माह पहले जयप्रकाश के खिलाफ बादलपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।