स्थान, समय एक और तारीख में बस 24 घंटे का अंतर। यहां तक कि वारदात का तरीका भी एक जैसा और दो युवक वर्चस्व की जंग में अपनी जान गंवा बैठे। शनिवार की देर शाम में तातारपुर थानाक्षेत्र के आमिर हसन लेन निवासी 28 साल युवक को हत्यारों ने पहले फोन कर घर के दरवाजे पर बुलाया और सिर में गोली मार दी।
घटना के बाद हमलावर करीब 50 मीटर की दूरी पैदल तय करते हुए अपनी बाइक के पास पहुंचे और मौके से फरार हो गये। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची और तफ्तीश में लग गयी और लाश का देर रात तक मायागंज अस्पताल में पोस्टमार्टम करा दिया गया।
आमिर हसन लेन जब्बारचक निवासी अनवर अली को छह बेटे हैं। अनवर का दूसरे नंबर का बेटा औरंगजेब था। परिजनों के मुताबिक, देर शाम करीब सवा सात से साढ़े सात बजे के बीच बाइक पर सवार दो युवक पहुंचे और अपनी बाइक को घर से 50 मीटर दूर एक मस्जिद के पास खड़ी की।
इस दौरान हमलावरों ने पहले औरंगजेब को फोन कर बुलाया। जैसे ही औरंगजेब अपने घर से दरवाजे पर पहुंचा। इसी दौरान दोनों हमलावरों में से एक ने असलहा निकाला और गोली मार दी। बचने के चक्कर में औरंगजेब ने अपना सिर घुमाया, जिससे गोली उसके सिर के पिछले हिस्से में लगी और वह नीचे गिर गया।
इसके बाद हमलावर मौके से फरार हो गये। इधर, गोली की आवाज सुनते ही उसके परिजन घर से निकले तो बेटे को गिरा पाया। आनन-फानन में औरंगजेब को मायागंज अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही तातारपुर थानाध्यक्ष अपने दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे।
बाद में कोतवाली पुलिस व एएसपी सिटी पूरन चंद्र झा व एसपी सिटी स्वर्ण प्रभात मौके पर पहुंचे और परिजनों से घटना की पूरी जानकारी ली। देर रात तक पुलिस ने लाश का पोस्टमार्टम करा दिया था।