उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने खटीमा से शुरू होने वाली कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा से पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्वाचन क्षेत्र में एसिड अटैक की आशंका जताई है। इसको लेकर उन्होंने गुरुवार की देर रात एक ट्वीट भी किया था। उन्होंने खतरे का अंदेशा जताते हुए कहा है कि सूत्रों से मिली सूचना के तहत कुछ लोग स्याही में तेजाब मिलाकर उसे कांग्रेस के नेताओं पर फेंकने की कोशिश कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता है तो उत्तराखंड की राजनीति पर धब्बा होगा।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा, राजनीति में प्रतिस्पर्धा, स्वस्थ प्रतिस्पर्धा, वैचारिक प्रतिस्पर्धा और लोगों के लिए काम करने की प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। लेकिन अगर कुछ लोग छात्रों के एक समूह या अन्य को भड़काते हैं तो यात्रा के दौरान ये लोग कांग्रेस नेताओं पर तेजाब से हमला करेंगे। इससे न केवल नए निचले स्तर पर पहुंचेगा बल्कि उत्तराखंड की राजनीति पर भी एक बड़ा धब्बा होगा।
उन्होंने बिना किसी राजनीतिक दल का नाम लिए आगे कहा, अगर ऐसा होता है तो इसके पीछे के राजनीतिक दल को आसानी से पहचाना जा सकता है। रावत ने कहा कि इनपुट मिलने के तुरंत बाद उन्होंने पुलिस और राजनीतिक दलों समेत विभिन्न एजेंसियों को इसकी जानकारी दी। रावत ने कहा, मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि यह केवल एक संदेह बना रहे और वास्तविकता में न बदल जाए। अगर ऐसा होता है, तो यह बेहद निंदनीय कृत्य होगा और राज्य की राजनीति में एक काला अध्याय होगा। यह पूछे जाने पर कि क्या निशाना वहीं है, इस पर इनकार करते हुए कहा कि मैं निशाना लगाने वाला नहीं बल्कि दूसरा नेता हूं। यह खटीमा में हमारी रैली को विफल करने की साजिश है। पूर्व सीएम द्वारा जताए गए तेजाबी हमले के बाद उद्धमसिंह नगर की पुलिस ने उनकी सुरक्षा बढ़ा दी है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने बताया, हरीश रावत के तेजाब हमले के संदेह के बाद हमने रैली के दौरान सुरक्षा बढ़ा दी है। हमारे पुलिस अधीक्षक (शहर) स्वयं दो सर्कल अधिकारियों और अन्य के साथ वहां मौजूद हैं। कोई अप्रिय घटना न हो यह सुनिश्चित करने के लिए पुलिस कर्मियों को आदेश दे दिए गए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से यह पूछे जाने पर कि क्या पुलिस को इस तरह के हमले के बारे में कोई खुफिया जानकारी मिली है, उन्होंने इनकार किया और कहा, हमें अपनी खुफिया जानकारी से ऐसा कोई इनपुट नहीं मिला है, लेकिन हरीश रावत द्वारा संदेह किए जाने के बाद, हम सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं।
रिटायर्ड अधिकारी को लेकर भी पोस्ट कर चुके हैं हरीश रावत
इससे पहले, रावत ने सोशल मीडिया पोस्ट पर एक अन्य पोस्ट में दावा किया था कि एक सेवानिवृत्त नौकरशाह न केवल सत्तारूढ़ दल बल्कि उत्तराखंड में तीन अन्य राजनीतिक दलों के लिए राजनीतिक जबरन वसूली कर रहा है। उस व्यक्ति का नाम लिए बिना उन्होंने कहा, वह खनन के जरिए भी रंगदारी कर रहा है। इसके अलावा जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, कुछ लोग राज्य में निहित आर्थिक हितों वाले लोगों को सत्ताधारी पार्टी की मदद के लिए इकट्ठा कर रहे हैं और मेरे और कांग्रेस के खिलाफ काम कर रहे हैं। मैं अपने शरीर में बची हुई ऊर्जा के साथ पार्टी को और बेहतर तरीके से लोगों की सेवा करने के लिए मजबूत करके उत्तराखंड और उत्तराखंडियत की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करूंगा। रावत के आरोपों पर प्रतिक्रिया के लिए कई प्रयासों के बावजूद कैबिनेट मंत्री और सरकार के प्रवक्ता सुबोध उनियाल से संपर्क नहीं हो सका।