हरियाणा सरकार ने बुधवार को करनाल एसडीएम आयुष सिन्हा सहित का तबादला कर दिया। करनाल में किसानों के प्रदर्शन के दौरान ड्यूटी मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 2018 बैच के अधिकारी आयुष सिन्हा कैमरे के सामने पुलिस से कथित तौर पर किसानों के सिर फोड़ने के लिए कहते हुए नजर आए थे।
हरियाणा सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि सिन्हा अब नागरिक संसाधन सूचना विभाग के अतिरिक्त सचिव होंगे। आदेश में कहा गया है कि उन्हें एक खाली पद पर स्थानांतरित किया गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इससे पहले स्वीकार किया था कि आईएएस अधिकारी आयुष सिन्हा द्वारा शब्दों का चयन गलत था, लेकिन उन्होंने पुलिस कार्रवाई का बचाव किया था। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने भी सिन्हा की टिप्पणी से असहमति जताई थी और उनके खिलाफ कार्रवाई का वादा किया था।
डिप्टी सीएम ने दिया था कार्रवाई का आश्वासन
उन्होंने कहा था कि एक आईएएस अधिकारी द्वारा किसानों के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल निंदनीय है। चौटाला ने आगे कहा था कि निश्चित तौर पर एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। चौटाला ने एसडीएम की ओर से दो दिनों तक नहीं सोने वाले स्पष्टीकरण पर कहा था वह शायद यह नहीं जानते कि किसान भी साल में 200 दिन सो नहीं पाते हैं।
शनिवार को किसानों पर हुआ था लाठीचार्ज
हरियाणा पुलिस ने शनिवार को बस्तर टोल प्लाजा के पास प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज किया, जहां वे एक कार्यक्रम के विरोध में बड़ी संख्या में एकत्र हुए थे, जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर शामिल होने वाले थे। घटना के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसे पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने भी ट्वीट किया। जिसमें करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा को कथित तौर पर पुलिसकर्मियों को उनके (किसानों का) सिर फोड़ने का निर्देश देते हुए देखा जा सकता है। ताकि किसानों को आगे आने से रोका जा सके।
वीडियो में क्या बोल रहे एसडीएम?
वायरल हुए वीडियो सिन्हा यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि चाहे कुछ भी हो जाए, कोई भी इस बैरिकेड्स को पार नहीं करेगा। हम इस लाइन को किसी भी कीमत पर टूटने नहीं दे सकते। मैं स्पष्ट कर दूं कि उन सभी के सिर तोड़ दो जो पार करने की कोशिश करते हैं। मैं ड्यूटी मजिस्ट्रेट हूं, और मैं आपको ये निर्देश लिखित में दे रहा हूं। उन्हें सीधे अपने बेंत से मारो… हमारे पास पर्याप्त बल उपलब्ध है। हम पिछले दो दिनों से सोए नहीं हैं। लेकिन तुम कुछ देर सो कर यहां आए हो। किसी को भी घेरा तोड़कर मुझ तक नहीं पहुंचना चाहिए।