महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आशीर्वाद रैली लोगों की जान खतरे में डाल रही है। उद्धव ठाकरे ने भाजपा की जन आशीर्वाद रैली पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी दी गई है बावजूद इसके भी आशीर्वाद रैलियां आयोजित की जा रही हैं। इससे लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ रही है।’ ठाणे में एक ऑक्सीजन प्लांट का वर्चुअली उद्घाटन करते हुए महाराष्ट्र के सीएम ने कहा कि ‘ऐसा लगता है कि यह लोग इस बात की भी परवाह नहीं करते हैं कि अगर ऐसी रैलियों की वजह से किसी की जान चली जाएगी तो क्या होगा।’ सीएम ने कहा कि अभी हाल ही में केंद्रीय मंत्री ने जन आशीर्वाद रैली आयोजित की गई थी ताकि वो जनता का आशीर्वाद हासिल कर सकें। कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर आने की चेतावनी है, लेकिन कुछ लोग अभी भी रैली आय़ोजित कर रहे हैं। वो लोग जनता से आशीर्वाद नहीं चाहते,,,वो जनता की जान खतरे में डालना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब शिवसेना का गठन हुआ था तब ऐलान किया गया था कि पार्टी 80 प्रतिशत सोशल वर्क करेगी और 20 फीसदी राजनीति। लेकिन वो लोग जनता के हित में कोई काम करना ही नहीं चाहते वो रैली आयोजित करते हैं, और लोगों की जिंदगी खतरे में डालते हैं। इन लोगों को किसी की परवाह नहीं है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि वो दही हांडी की उत्सुकता को मिस कर रहे हैं। क्योंकि कोरोना को देखते हुए प्रतिबंध लगाए गए हैं, जिसके मुताबिक लोगों को त्योहार में सेलिब्रेट करने का मौका इस बार नहीं मिलेगा। दही-हांडी या गोपालकाला जनमाष्टमी के एक दिन बात मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की खुशियां मनाई जाती हैं। सीए्म ने कहा कि ‘मुझे यह कहने में कोई झिझक नहीं है कि मैं दही हांडी को मिस कर रहा हूं। पहले कई बार मैं खुद दही-हांडी में सम्मिलित हो चुका हूं।उद्धव ठाकरे ने याद किया है महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ठाणे और पास के पालघर जिले में पहले दही-हांडी सेलिब्रेट किया करती थी।’