बिहार के बेगूसराय से चार दिन पहले अगवा 12 वीं के एक छात्र की लाश सोमवार की सुबह पटना में मिली। मोकामा टाल के पास कुछ मछुआरों ने इसे देखकर पुलिस को सूचना दी। परिवार का आरोप है कि चार दिन पहले पुलिस ने उनकी शिकायत को गंभीरता से लिया होता तो छात्र की जान नहीं जाती।
मिली जानकारी के अनुसार बेगूसराय के सिंघौल थाना क्षेत्र के विनोदपुर निवासी नीरज कुंवर का बेटा ऋतुराज कुमार, रोज की तरह 26 अगस्त की सुबह साइकिल से घर से स्कूल जाने के लिए निकला था। शाम तक वापस नहीं लौटा तो परिवार के सदस्यों ने पुलिस से शिकायत की और अपहरण का मामला दर्ज कराया। परिवारवालों के मुताबिक अपहरण की आशंका जताए जाने के बावजूद पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। लापता होने के अगले दिन यानी 27 अगस्त को बेगूसराय स्टेशन के पास ऋतुराज की साइकिल और बैग मिला। आरोप है कि पुलिस ने तब भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया। ऋतुराज के चाचा गोपाल कुमार अधिवक्ता हैं। ऋतुराज के गायब होने की सूचना लगातार सोशल मीडिया में वायरल हो रही थी। फिर भी उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही थी।
बताया जा रहा है कि सोमवार की सुबह पटना के मोकामा टाल के पास मछुआरों ने शव को देककर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची हाथीदह थाने की पुलिस ने शिनाख्त की कोशिशें शुरू कीं। थोड़ी देर में स्कूल ड्रेस के आधार पर लाश की शिनाख्त ऋतुराज कुमार के रूप में की गई। इसके बाद पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस फिलहाल यह पता लगाने में जुटी है कि ऋतुराज का अपहरण और हत्या, किसने और क्यों की? उधर, ऋतुराज की हत्या की खबर विनोदपुर पहुंचते ही वहां कोहराम मच गया है। गांव में मातम पसरा है। घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है।