पूरी दुनिया का ध्यान इन दिनों तालिबान और अफगानिस्तान की तरफ है, लोग टकटकी लगाए हुए हैं कि अब इस मामले में अमेरिका का अगला कदम क्या होने वाला है। इन सबके बीच उत्तर कोरिया और उसके तानाशाह किम जोंग उन एक बार फिरसे चर्चा में हैं। किम जोंग उन के नेतृत्व में उत्तर कोरिया ने अपना परमाणु रिएक्टर शुरू कर दिया है। इस फैसले के बाद कई देशों की चिंताएं बढ़ गई हैं। संयुक्त राष्ट्र की परमाणु एजेंसी ने इस मामले से संबंधित एक रिपोर्ट भी जारी की है और इसे चिंताजनक बताया है।
दरअसल, रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, किम जोंग उन ने एक बार फिर अपने परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है। उत्तर कोरिया अपने परमाणु रिएक्टर में प्लूटोनियम की रीप्रोसेसिंग कर रहा है। परमाणु हथियार बनाने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है। यह प्रोसेस उत्तर कोरिया के योंगब्योन में की जा रही है। यहां कोरिया का सबसे बड़ा पांच मेगावॉट का परमाणु रिएक्टर है। इससे पहले योंगब्योन रिएक्टर दिसंबर 2018 से बंद पड़ा था।
उधर संयुक्त राष्ट्र की परमाणु एजेंसी ने उत्तर कोरिया के इस कदम पर चिंता जाहिर की है। संयुक्त राष्ट्र परमाणु एजेंसी के निरीक्षकों को निष्कासित किए जाने के बाद भी उत्तर कोरिया ने परमाणु हथियार विकसित करना जारी रखा है और 2017 में अपना अंतिम परीक्षण किया था। वह प्लांट प्लूटोनियम का उत्पादन करता है, जो अत्यधिक समृद्ध यूरेनियम के साथ परमाणु हथियार बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले दो अहम अवयवों में से एक है।
इस रिपोर्ट में उत्तरी प्योंगयांग के योंगब्योन में उत्तर कोरिया के मुख्य परमाणु परिसर में पांच मेगावाट के रिएक्टर के बारे में विस्तार से बताया गया है। बताया गया कि जुलाई 2021 की शुरुआत से, रिएक्टर के संचालन के अनुरूप शीत जल के निर्वहन सहित कई संकेत मिले हैं। इसके पांच मेगावाट रिएक्टर और रेडियोकेमिकल प्रयोगशाला के संचालन के नए संकेत गंभीर चिंता पैदा करते हैं।
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद कई देशों की चिंता बढ़ गई है। क्योंकि इस प्लांट के जरिए उत्तर कोरिया अपनी ताकत और मजबूत करने में जुटा है। कुछ समय पहले भी अमेरिकी सेना की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि उत्तर कोरिया के पास 60 से अधिक परमाणु बम मौजूद हैं। जिनके निशाने पर अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया है।
एक तथ्य यह भी बताया जाता है कि पिछले कई मौकों पर उत्तर कोरिया की तरफ से अमेरिका के खिलाफ बयानबाजी की गई है। कुछ समय पहले भी उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की बहन ने अमेरिका के साथ दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यास की आलोचना करते हुए दावा किया कि यह परमाणु युद्ध का पूर्वाभ्यास है। उन्होंने साथ ही आगाह किया था कि उत्तर कोरिया भी अपनी प्रतिरोधी क्षमता मजबूत करेगा।