राजस्थान के जैसलमेर जिले में एक खाप पंचायत ने 45 परिवारों का बहिष्कार कर दिया है। मामला एक साल पुराने हत्या के केस से जुड़ा बताया जा रहा है। 57 पंचों के खिलाफ पुलिस केस दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू हो गई है। जैसलमेर के एसपी अजय सिंह ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद एफआईआर दर्ज कर मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
अक्टूबर 2020 में हुई थी हत्या
पीड़ित परिवार ने जिला कलेक्टर और एसपी के यहां शिकायत दर्ज कराई है। इसमें आरोप लगाया गया है कि मेघवाल समुदाय के पंचों ने एक साल पुराने हत्या के मामले से जुड़ाव होने के चलते 45 परिवारों का बहिष्कार किया है। हत्या का मामला अक्टूबर 2020 का बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस हत्या में एक आरोपित का संबंध इस कुनबे से था। पीड़ितों ने बतााय कि पिछले साल एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति को मार डाला था। इस मामले में महिला, उसकी मां और प्रेमी गिरफ्तार कर जेल भेज दिए गए थे। इसके बाद समुदाय के पंच ने नवंबर 2020 में 45 परिवारों के बहिष्कार का आदेश जारी किया था। इन परिवारों में महिला के प्रेमी का भाई, दोस्त और संबंधी भी शामिल हैं।
कई समझौते का किया प्रयास
बहिष्कार के शिकार लोगों ने बताया कि उनके परिवार को सामाजिक कार्यों में भाग लेने की इजाजत नहीं है। वहीं समुदाय के अन्य लोग उनके यहां होने वाले किसी आयोजन में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। इन 45 परिवारों का हत्या से कुछ लेना नहीं नहीं है, इसके बावजूद इन्हें प्रताड़ित और परेशान किया जा रहा है। शंकरा पुलिस स्टेशन के अफगसर हनुमा राम ने कहा कि मामले में जांच शुरू हो गई है। समुदाय के पंचों और अन्य लोगों को बुलाकर मामले में पूछताछ की जा रही है और तथ्यों की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि नवंबर 2020 से यह परिवार समुदाय के पंचों के साथ इन मुद्दों को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन कई बार प्रयास करने के बावजूद जब मामला नहीं सुलझा तो न्याय की आस लिए यह पुलिस के पास आए हैं। वहीं इस मामले को जानने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि पंचों का मानना है कि प्रेमी के चलते महिला का पूरा परिवार तबाह हो गया। साथ ही एक व्यक्ति की जिंदगी भी चली गई। वहीं मामले में आरोपी जमानत पर छूट चुके हैं।