यूक्रेन के उप विदेश मंत्री येवगेनी येनिन ने जानकारी दी है कि यूक्रेन के एक विमान को अज्ञात लोगों ने अगवा कर लिया है। यह प्लेन यूक्रेन के लोगों को लेने के लिए अफगानिस्तान पहुंचा था। येनिन ने यह जानकारी रूसी न्यूज़ एजेंसी TASS को दी है। अब यूक्रेन विदेश मंत्रालय ने भी हाईजैकिंग रिपोर्ट्स से इनकार किया है।
येवगेनी येनिन ने बताया है कि 22 अगस्त को हमें पता चला कि हमारे एक प्लेन को हाईजैक कर लिया गया। फिर 24 अगस्त को पता चला कि विमान चोरी कर लिया गया है। यह प्लेन यूक्रेन के नागरिकों को एयरलिफ्ट करने के बजाए यात्रियों के एक अज्ञात समूह के साथ ईरान के लिए उड़ान भरा। हमारे अगले रेस्क्यू मिशन भी असफल रहे क्योंकि हमारे लोग काबुल एयरपोर्ट के परिसर तक नहीं पहुंच सके।
ईरान का खंडन
हालांकि ईरान ने यूक्रेन के इस बात का खंडन किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक़ ईरान के एविएशन रेगुलेटर ने यूक्रेन के दावे का खंडन करते हुए कहा कि यूक्रेनी विमान 23 अगस्त की रात मशहद में फ्यूल के लिए रुका और फिर यूक्रेन चला गया और रात 9:50 बजे कीव पहुंचा।
यूक्रेन विदेश मंत्रालय का भी हाईजैकिंग रिपोर्ट्स से इनकार
यूक्रेन विदेश मंत्रालय के अध्यक्ष ओलेग निकोलेंको ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि यूक्रेन का कोई विमान काबुल या कहीं और हाईजैक नहीं हुआ है। कुछ मीडिया आउटलेट के द्वारा ‘हाईजैक’ प्लेन के बारे में जानकारी दी जा रही है जो कि वास्तविकता के अनुरूप नहीं है।
येवगेनी येनिन के मुताबिक हाईजैकर्स हथियारों से लैस थे। हालांकि उन्होंने इस मामले में कुछ भी नहीं बताया है कि विमान का क्या हुआ, यूक्रेन इस विमान को वापस लेगा या नहीं और यूक्रेन इस विमान को वापस लेने के लिए क्या कर रहा। उन्होंने बस इतनी जानकारी दी है कि विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा की अध्यक्षता में पूरी राजनयिक सेवा पूरे सप्ताह ‘दुर्घटना परीक्षण मोड में काम कर रही थी’।
बता दें कि 22 अगस्त को 31 यूक्रेन के नागरिक सहित कुल 83 लोग एक मिलिट्री ट्रांसपोर्ट प्लेन अफगानिस्तान से यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचा था। राष्ट्रपति ऑफिस ने बताया है कि 12 यूक्रेन के सैन्यकर्मी लौट आए है जबकि विदेशी पत्रकारों सहित कई और लोगों को भी बाहर निकाला गया है। ऑफिस ने बताया था कि यूक्रेन के करीब 100 लोगों को अभी भी अफगानिस्तान से रेस्क्यू करना है।