दिल्ली की अवैध कॉलोनियों में गांजे की तस्करी के लिए ओडिशा से लाए गए 93.582 किलोग्राम गांजे के साथ दक्षिणी दिल्ली जिला पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों संजय कुमार, राम प्रसाद और मोहम्मद इजराइल के पास जब्त गांजे की कीमत साढ़े पांच करोड़ रुपए है। आरोपी अवैध कॉलोनियों में गांजा तस्करी करने के वाले पिंटा गिरोह को गांजे की खेप देने के लिए आया था। पुलिस अब पिंटा गिरोह के सरगना कुख्यात पिंटा की तलाश कर रही है।
पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि दक्षिणी दिल्ली स्पेशल स्टाफ की टीम दिल्ली की विभिन्न अवैध कॉलोनियों में गांजे की तस्करी करने वाले गिरोह के सदस्यों की जानकारी जुटा रही थी। इसी दौरान एएसआई दयानंद को सूचना मिली कि तीन तस्कर ओडिसा से गांजा लेकर दिल्ली आने वाले हैं। यह तस्कर अवैध कॉलोनियों तक गांजा पहुंचाने वाले पिंटा गिरोह को सप्लाई करेंगे। इंस्पेक्टर अतुल त्यागी, एसआई धर्मेंद्र, कांस्टेबल अखिलेश, इरशाद चौधरी की टीम ने मालवीय नगर इलाके में ट्रेप लगाया। कई घंटे इंतजार के बाद पुलिस को एक ऑटो दिखाई दिया। जिसमें तीनों आरोपी सवार थे, पुलिस ने ऑटो को रूकने का इशारा किया।
ऑटो रूकने के बाद पुलिस ने उसकी तलाशी ली, जिसमें से 45 पैकेट गांजा बरामद किया गया। वजन कराने पर ऑटो से 93.582 ग्राम गांजा बरामद, जिसकी कीमत साढ़े पांच करोड़ थी। आरोपियों में बताया कि वह गांजा ओडिशा से खरीद कर लाए हैं और इसकी आपूर्ति पिंटा गिरोह को दी जानी थी। पिंटा गिरोह दिल्ली की विभिन्न अवैध कॉलोनियों में इसकी सप्लाई करता। फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ मालवीय नगर थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच में जुट गई है।
20 रुपए में दिया जाता गांजा
पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में करीब 1750 अवैध कॉलोनी है। जिसमें करीब 60 लाख से ज्यादा आबादी रहती है। पिंटा गिरोह इन अवैध कॉलोनियों में गांजा और ड्रग्स सहित अन्य नशीले पदार्थो की सप्लाई करता है। पुलिस सूत्रो ने बताया कि 20 रुपए के हिसाब से लोगों को नशीला पदार्थ दिया जाता है। जिससे अवैध कॉलोनी में रहने वाली युवाओं की बड़ी आबादी नशे की चपेट में आ गई है।