भारतीय जनता पार्टी के पोस्टर से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की तस्वीर न होने की वजह से उपजे विवाद से ऐसा लग रहा है कि राजस्थान कांग्रेस की तरह ही बीजेपी में भी सब कुछ ठीक नहीं है। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पार्टी में जारी पोस्टर विवाद को लेकर चुप्पी तोड़ी है और कुछ ऐसा कहा है, जिसे पार्टी के भीतर ही उनके पलटवार के तौर पर देखा जा रहा है। वसुंधरा राजे ने पोस्टर विवाद पर पहली बार कहा कि वह लोगों के दिलों में रहना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि वह ‘पोस्टर पोलिटिक्स’ में विश्वास नहीं करती हैं।
बुधवार को अपने बाढ़ प्रभावित गृह निर्वाचन क्षेत्र झालावाड़ के दौरे के दौरान पत्रकारों ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से पूछा था कि बीजेपी प्रदेश कार्यालय के बाहर पहले आप का पोस्टर था और कुछ समय बाद उसे हटा दिया है। आप क्या कहना चाहेंगी? इस पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि मैं पोस्टर के बजाय लोगों के दिलों में रहना चाहती हूं। मेरे काम को याद किया जाना चाहिए। मैं पोस्टर के माध्यम से कुछ भी हासिल नहीं करूंगी। लोगों का प्यार और आशीर्वाद पाने से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है।
वसुंधरा राजे ने पत्रकारों को याद दिलाते हुए कहा कि आपको यह भी याद होगा जब मैं पहली और दूसरी बार मुख्यमंत्री बनी थी और जयपुर पहुंची थी हर जगह पर मेरे बड़े-बड़े पोस्टर थे, जिन्हें मैंने तुरंत हटवाया था। उन्होंने कहा, ‘मैं पोस्टर की राजनीति में विश्वास नहीं करती हूं, मैं लोगों के दिलों पर राज करना चाहती हूं और उनके दिल में बसना चाहती हूं। मैं चाहती हूं कि लोग मुझे मेरे काम से याद रखें। यही मेरे लिए एक आशीर्वाद है कि लोग मुझे याद करते हैं। 30 सालों में मैंने यही कमाया है।’
बता दें कि वसुंधरा राजे के इस बयान को पार्टी में असंतोष की आवाज के रूप में देखा जा रहा है। राज्य में पार्टी के पोस्टरों से वसुंधरा राजे की तस्वीर हटाए जाने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। कई जगहों पर पार्टी के पोस्टर्स में वसुंधरा राजे को जगह नहीं मिल पाई है। इतना ही नहीं, जून में पार्टी ने हाल में जो पोस्टर लगाए थे, उसमें वसुंधरा राजे की तस्वीर गायब थी। ‘लक्ष्य अंत्योदय, प्रण अंत्योदय, पथ अंत्योदय’ के संकल्प के साथ जारी होर्डिंग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनियां के साथ चार नेताओं की तस्वीर थी, मगर 20 वर्षों में ऐसा पहली बार हुआ जब राजस्थान में बीजेपी के होर्डिंग्स या बैनर से वसुंधरा राजे की तस्वीर गायब है।
पोस्टर्स और होर्डिंग्स से वसुंधरा राजे की तस्वीर गायब होने के बाद उनके समर्थकों में नाराजगी है। उनका कहना है कि राजस्थान में वसुंधरा ना सिर्फ बीजेपी के लिए जरूरी है, बल्कि मजबूरी भी हैं। आपको बता दें कि राजस्थान की राजधानी जयपुर में पार्टी मुख्यालय के बाहर बड़े होर्डिंग्स लगे थे। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा, गुलाब चंद कटारिया और सतीश पूनियां की तस्वीर थी। वहीं, दूसरी होर्डिंग में दीन दयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी की तस्वीर थी।