योग के फायदों से हर कोई वाखिफ है। योगा से हर व्यक्ति को फायदा मिलता है। प्रेग्नेंट महिला को भी योग करने की सलाह दी जाती है, लेकिन आज भी कुछ लोगों के मन में इसे लेकर सवाल रहते हैं। शोध के अनुसार, यह गर्भावस्था, श्रम और प्रसव के परिणामों को बढ़ाने में मदद करता है। तनाव का स्तर, बैचेनी और लंबाई में योग से फायदा मिलता है। यही वजह है कि बेहतर गर्भावस्था के लिए डॉक्टर भी योग करने की सलाह देते हैं। योग गर्भावस्था के दौरान अलग-अलग तरीकों से आपकी मदद करता है, साथ ही गर्भावस्था के बाद होने वाली समस्याओं से उभरने में भी योग मदद करता है। तो चलिए जानते हैं प्रेग्नेंसी के दौरान क्यों करें योगा।
1) गर्भावस्था एक ऐसी स्थिति है, जिसमें महिलाएं शारीरिक और मानसिक परिवर्तनों का सामना करती हैं। ऐसे में गर्भावस्ता और प्रसव के दौरान होने वाली परेशानियों से उभरने के लिए आप योग को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं। गर्भावस्ता के दौरान महिलाओं में तनाव की स्थिती उतपन्न हो जाती है। ऐसे में आप मार्जरीस्ना, कोणासन, वीरभद्रासन,शवासन कर सकते हैं।
2)अध्य्यन के मुताबिक, दिमाग को शांत रखने और सेहत को ठीक बनाए रखने के लिए योगा आपकी खूब मदद कर सकता है । साथ ही ये प्रसव प्रक्रिया को आसान बना सकता है। कुछ योग आसन हैं जो आपकी दिनचर्या में शामिल हो सकती हैं। इन आसनों में शामिल है, हाफ बटरफ्लाई पोज, गोडेस पोज, हिप रोटेशन
3)अगर आप बिना दवाई के लेबर पाना चाहती हैं, तो आप योगासन का अभ्यास कर सकती हैं, जो आपके लेबर के दौरान किया जा सकता है। कई महिलाएं सी-सेक्शन वाला बच्चा नहीं चाहती हैं, लेकिन लेबर के दौरान दर्द ज्यादा होता है, ऐसे में लेबर की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए आप पेल्विक- फ्लोर केंद्रित योगासन का अभ्यास कर सकते हैं, जैसे मलासना, सुप्ता बुद्धा कोणासना, केग्लस इन सुप्ता बुद्धा कोणासना।
4) योगा उन महिलाओं के लिए फायदेमंद पाया गया है, जो प्रजनन उपचार प्राप्त कर रही हैं।अध्य्यन के मुताबिक दैनिक योग अभयास मदद कर सकता है, नतीजन, कई फर्टिलिटी क्लीनिक अब अपनी सेवाओं के हिस्से के रूप में फर्टिलिटी योग दे रहे हैं। योग की मदद से बल्ड फ्लों को इंप्रूव करने में मदद मिलती है। इसके लिए कुछ योग हैं, जैसे पश्चिमोत्तासन, हस्तपादासन, जानू शिरासन, कोणासन।