अफगानिस्तान रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी है कि तालिबान के खिलाफ हमले में कम से कम 30 पाकिस्तानी लड़ाके मारे गए हैं। ये आतंकी अल-कायदा आतंकवादी संगठन से जुड़े हुए हैं। मंत्रालय ने बताया है कि 6 अगस्त को लश्करगाह शहर में हुए हवाई हमले में कुल 112 तालिबान आतंकवादी मारे गए। अफगान रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया है कि हेलमंद प्रांतीय केंद्र के बाहरी इलाके में किए गए हवाई हमले में 31 लोग घायल हो गए हैं। इसके अलावा दुश्मनों के कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है और भारी मात्रा में हथियार भी नष्ट किए गए हैं।
हाल ही में अफगान सेना ने तालिबान पर कारवाई के दौरान पाकिस्तान सेना के एक सैन्य अधिकारी को मार गिराया था जो तालिबान की ओर से लड़ाई लीड कर रहे थे।
अफगानिस्तान ने पाक पर लगातार आरोप लगाया है कि पाकिस्तान सरकार अपनी जमीन पर आतंकियों को पनाह देती है और तालिबान का समर्थन करती है।संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान के राजदूत गुलाम इसाकजई ने 6 अगस्त को कहा था, ‘अफगानिस्तान अपने दावे के समर्थन में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को सबूत देने को तैयार है कि पाकिस्तान, तालिबान को लगातार सपोर्ट कर रहा है।’
हाल ही में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने आतंकी संगठनों से संबंध नहीं तोड़ने के लिए पाकिस्तान को लताड़ा था। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान, तालिबान के सपोर्ट में हजारों लड़ाके भेज रहा है। राष्ट्रपति गनी ने लंबे समय से इस बात पर जोर दिया है कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान में तालिबान के नाम से छद्म युद्ध से लड़ता है। हाल ही में अफगान के पूर्व खुफिया प्रमुख रहमतुल्ला नबील ने भी कहा था कि कम से कम एक हज़ार पाकिस्तानी आतंकी हर महीने स्पिन बोल्डक सीमा जिले से अफगानिस्तान आ रहे हैं।