पत्नी के चरित्र पर शक होने के बाद एक पति ने पहले उसकी हथेली पर कपूर जलाकर ‘अग्निपरीक्षा’ ली लेकिन उसके बाद भी जब शक का कीड़ा दिमाग से बाहर नहीं निकला तो दवा के नाम पर उसने पत्नी को जहरीले पदार्थ का घोल बनाकर पिलाने के साथ ही खुद भी जहर पी लिया। हालत बिगड़ने पर दोनों को भटहट कस्बे के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों तीन बच्चों के मां-बाप हैं।
पिपराइच क्षेत्र के ग्राम पंचायत तरकुलहीं निवासी एक व्यक्ति को करीब एक माह पहले पत्नी के चरित्र पर शक हुआ। उसने उसकी हथेली पर कपूर जला दिया, जिससे उसकी हथेली बुरी तरह से जल गई है। अभी उसका इलाज चल ही रहा था कि महिला का पति ने गुरुवार की रात में जहरीला पदार्थ का घोल बनाकर पत्नी के साथ स्वयं भी पी लिया। युवक की 12 साल पहले गुलरिहा थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती से शादी हुई थी। उसके 9 वर्ष, 6 वर्ष एवं 3 वर्ष के तीन बच्चे हैं। महिला के पिता का आरोप है कि उसका दामाद उसकी बेटी पर लांछन लगाते हुए लगभग एक माह पहले उसकी हथेली पर कपूर जलाकर ‘अग्निपरीक्षा’ लेने लगा। उस समय बेटी का हाथ बुरी तरह से जल गया।
उसका अभी इलाज चल ही रहा है। युवक के पिता ने बताया कि गुरुवार की शाम को पत्नी व बच्चों के साथ इलाज कराने की बात कह कर घर से निकला था। बताया जा रहा है कि रात करीब दस बजे उसने रास्ते में बोतल में घोल कर रखा जहरीला पदार्थ को दवा के नाम पर पहले पत्नी को पिलाया फिर खुद पी लिया। आरोप है कि मासूम बच्चे को भी जहर पिलाने का प्रयास किया, लेकिन बच्चों को पिलाते देख मां ने बोतल छीनकर फेंक दिया था। इसके बाद वह पत्नी को लेकर ससुराल पहुंचा। वहां पति-पत्नी दोनों को उल्टियां होने लगी। ससुर ने दोनों को भटहट में एक निजी अस्पताल में दोनों को भर्ती कराया है। चौकी प्रभारी विरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि उन्हें घटना की अभी किसी पक्ष ने कोई सूचना नहीं दी है।