राजधानी दिल्ली में चाक-चौबंद सुरक्षा इंतजामों के बीच दिल्ली पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस से पहले सुरक्षा कारणों के चलते लाल किले के मुख्य द्वार पर कंटेनरों की एक विशाल दीवार खड़ी कर दी है। अधिकारियों ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब पुलिस ने इस तरह की ऊंची दीवार खड़ी की है। इन कंटेनरों को चित्रकारी से सजाया जाएगा।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को बताया कि कंटेनरों को इस तरह से रखा गया है कि कोई भी व्यक्ति मुगल काल के इस परिसर के अंदर न देख सके। प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हैं। चांदनी चौक इलाके से कोई भी व्यक्ति लाल किले के अंदर नहीं देख सकता।
इस साल, गणतंत्र दिवस पर कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग कर रहे सैकड़ों प्रदर्शनकारी जबरन लाल किले में घुस गए थे। यहां तक कि उन्होंने किले की प्राचीर पर एक धार्मिक झंडा भी लगा दिया था, जहां से प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराते हैं। किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें देखी गईं थी। हिंसा में कुल 394 पुलिस कर्मी घायल हुए थे, जबकि 30 पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे।
जुलाई में, दिल्ली के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर बालाजी श्रीवास्तव ने ड्रोन, पैराग्लाइडर और गर्म हवा के गुब्बारे जैसी हवाई वस्तुओं के उड़ने पर रोक लगाने के आदेश जारी किए थे। यह आदेश राष्ट्रीय राजधानी में 16 अगस्त तक लागू रहेगा।
दिल्ली पुलिस ने लाल किले के पिछले हिस्से विजय घाट के पास उड़ रहे एक ड्रोन को जब्त कर लिया था। उत्तरी जिले की जगुआर हाईवे पेट्रोलिंग टीम सोमवार को इलाके में गश्त कर रही थी, तभी उसने विजय घाट के पास एक ड्रोन देखा।
पुलिस ने कहा कि इलाके में एक वेब सीरीज की शूटिंग की जा रही थी। शो की शूटिंग के लिए अनुमति दी गई थी, लेकिन ड्रोन उड़ाने की कोई मंजूरी नहीं दी गई थी। इस संबंध में कोतवाली थाने में संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर उपकरण जब्त कर लिया गया था।