बिहार के विभिन्न जिलों में नदियां उफान पर हैं। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार पटना के गांधी घाट में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 23 सेमी ऊपर था। इसके जलस्तर में 37 सेमी की वृद्धि होने की संभावना है। जबकि गंगा पटना के हाथीदह में खतरे के निशान से 13 सेमी नीचे बह रही थी।
दूसरी ओर, पटना के श्रीपालपुर में पुनपुन नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 173 सेमी ऊपर था और इसमें 35 सेमी की वृद्धि होने की संभावना है। वहीं, गोपालगंज के डुमरियाघाट में गंडक नदी का जल स्तर खतरे के निशान से 51 सेमी ऊपर था। हालांकि आयोग ने इसके जलस्तर में फिलहाल कोई बढ़ोतरी की संभावना से इनकार किया है।
वहीं, मुजफ्फरपुर बेनीबाद में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 32 सेमी ऊपर, दरभंगा के हायाघाट में बागमती नदी का जलस्तर 02 सेमी खतरे के निशान से ऊपर था। दरभंगा के एकमीघाट में अधवारा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 32 सेमी, मधुबनी के जयनगर में कमला-बलान नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 30 सेमी ऊपर बह रही थी।
हालांकि मधुबनी के झंझारपुर में कमला-बलान खतरे के निशान से 14 सेमी नीचे बह रही थी। आयोग के अनुसार खगड़िया के बलतारा में कोसी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 102 सेमी ऊपर था। वहीं, भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार बुधवार की सुबह तक बिहार की सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में हल्की से साधारण वर्षा होने की संभावना है।