भारतीय जनता पार्टी शासित त्रिपुरा में तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी के काफिले पर कथित तौर पर हमला होने के एक दिन बाद, मंगलवार को तृणमूल के एक विधायक ने पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले के दिनहाटा इलाके में भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को ठीक से देख लेने की धमकी दे दी। भाजपा ने विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं को सार्वजनिक रूप से धमकी देने के लिए दिनहाटा के विधायक उदयन गुहा के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है। गुहा ने फेसबुक पर बंगाली में लिखा कि ‘त्रिपुरा की घटना के बाद, दिनहाटा में भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को ठीक से देख लिया जाएगा।’
इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया में बवाल मच गया और बहुत से लोगों ने विधायक की आलोचना की तो वहीं कुछ ने उनका समर्थन किया। हालांकि, गुहा ने बाद में अपनी सफाई में कहा कि ‘मैंने अपनी फेसबुक पोस्ट में, किसी पर हमला करने के बारे में नहीं लिखा था।’ मई में चुनाव के बाद हुई हिंसा के दौरान गुहा के हाथ में चोट आई थी।
दिवंगत वाम नेता कमल गुहा के बेटे उदयन की आलोचना करते हुए नटबारी से भाजपा विधायक मिहिर गोस्वामी ने कहा कि ‘हम उदयन गुहा के विरुद्ध मामला दर्ज करने और उनके विरुद्ध कार्रवाई की मांग करते हैं। ऐसा लगता है कि चुनाव के बाद हुई हिंसा के संबंध में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा उनके विरुद्ध लगाए गए आरोप सही हैं।’
गोस्वामी की मांग पर, तृणमूल के वरिष्ठ नेता और राज्य के कृषि मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने दावा किया कि ‘गुहा भाजपा कार्यकर्ताओं की देखभाल करने और उनके साथ शांतिपूर्वक रहने के विषय में कह रहे थे, और वह यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि दिनहाटा में प्रतिक्रिया स्वरूप की गई कार्रवाई में भाजपा के एक भी सदस्य को नुकसान न पहुंचे।’ चट्टोपाध्याय ने कहा कि भाजपा जैसी कोई पार्टी ही ऐसी टिप्पणी को तोड़ मरोड़ सकती है जिसका मतलब कानून को हाथ में लेना या भाजपा को सबक सिखाना कतई नहीं था।