नोएडा में हुई सबसे बड़ी चोरी के मास्टरमाइंड गोपाल से हो रही पूछताछ में पुलिस के हाथ अहम जानकारियां लगी हैं। चुराए गए माल के कुछ हिस्से को बरामद करने के लिए पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं। अधिकारियों का दावा है कि सोमवार को अहम खुलासे किए जाएंगे।
डीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि न्यायालय से गोपाल का दो दिन का रिमांड पुलिस को शनिवार को मिला था, जिसकी अवधि रविवार शाम पांच बजे पूरी हो रही थी। जिस पर पुलिस ने दो दिन में हुई पूछताछ और उसमें मिली जानकारियों के संबंध में रिपोर्ट न्यायालय के समक्ष रखी और गोपाल का एक दिन का रिमांड और बढ़ाने का आवेदन किया गया, जिसे न्यायालय ने स्वीकार कर लिया है और अब सोमवार शाम तक पुलिस गोपाल से रिमांड पर पूछताछ करेगी और चुराए गए माल में उसके हिस्से में आए माल को बरामद कर लेगी। चुराए गए माल के संबंध में पुलिस को जानकारी मिली है कि उसने यहां से चुराया सोना और नकदी अपने कुछ रिश्तेदारों के यहां पर रखी है, जिसे पुलिस टीमें बरामद करने में जुटी हैं।
कार चालक ने दी सोने और पैसे की जानकारी
जानकारी के अनुसार, गोपाल ने यह स्वीकार किया है कि उसे कार चालक प्रदीप ने ही फ्लैट में छिपा कर रखे गए पैसे और सोने के बारे में जानकारी दी थी। इसके बाद उसने साथियों के साथ मिलकर चोरी की इस पूरी घटना की योजना बनाई। वह किशलय पांडेय और उसके परिवार को सीधे तौर पर नहीं जानता।
पुलिस पूछ रही ये सवाल
फ्लैट चुराया गया माल कितना था और किसका था?
उसका असली मालिक कौन है?
उन्होंने चोरी की घटना को कैसे अंजाम दिया?
करोड़ों के धन की सूचना देने वाले कार चालक के हिस्सा में कितना माल आया?
दिन के उजाले में पूरी घटना को अंजाम दिया, कैसे खोला फ्लैट का दरवाजा?
करोड़ों के काले धन को चुराने के लिए किसने उपलब्ध कराई फ्लैट की चाबी?
इस सबसे बड़ी चोरी में और कौन-कौन हैं शामिल?
फरारी के दिनों में वह कहां पर रहा?
धन के असली मालिक ने उन्हें पकड़ने का कोई प्रयास किया या नहीं?
उसे कितना माल मिला था और यह माल उसने कहां पर छिपा कर रखा है?
यह था मामला
ग्रेनो के सिल्वर सिटी-2 सोसाइटी के फ्लैट नंबर 301 से अगस्त माह में चोरों ने 36 किलो सोना और छह करोड़ से अधिक की नकदी चोरी की थी। इसकी पूरी योजना गोपाल ने तैयार की थी। इस चोरी का खुलासा 11 जून को पुलिस ने छह आरोपियों को पकड़कर किया था। चोरी के मामले में पुलिस अभी तक 17 किलो सोने और 57 लाख की नकदी समेत करीब दस करोड़ कीमत के माल को बरामद कर चुकी है। चोरी की इस घटना में किसी की भी ओर से कोई सूचना पुलिस को नहीं दी गई थी।