समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार में संवैधानिक संस्थाओं की विश्वसनीयता को कमजोर किया जा रहा हैं। भाजपा ने सत्ता के बलबूते सरकारी मशीनरी को अपना चुनावी एजेण्ट बना लिया है। जनमत का दुरुपयोग कर भाजपा ने लोकतंत्र की पारदर्शिता को संदिग्ध कर दिया है। सन् 2022 का चुनाव देश बचाने का है। संवैधानिक अधिकारों पर हो रहे हमलों से गहरी निराशा फैल रही है। इन हालात में जनता का भरोसा समाजवादी पार्टी पर ही बढ़ रहा है। अखिलेश यादव ने रविवार को जारी बयान में कहा सरकार लोक-लाज और भरोसे से चलती है। निर्वाचित सरकारों को जवाबदेह होना चाहिए लेकिन भाजपा सरकार इस जिम्मेदारी से बचने की कोशिश करती है। सरकार की जिम्मेदारी के प्रति उसकी उदासीनता जगजाहिर है। अच्छे दिन के नाम पर जनता को गुमराह करना ही भाजपा की नीति है।
सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्षी दलों के नेताओं को अपमानित करने का षड़यंत्र सरकार के इशारे पर लगातार किया जा रहा है। राजनीति की पवित्रता को भाजपा ने प्रभावित किया है। समाजवादी आंदोलन ने हमेशा अन्याय के खिलाफ डट कर मोर्चा लिया है। सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र को हराने की साजिश में लगी है।
जनता ने तय कर लिया है कि इस बार वह भाजपा को हरा कर ही दम लेगी। भाजपा की सरकार ने जनता को धोखा दिया है। भाजपा चालाकी की रणनीति से राजनीति के विरुद्ध साजिश कर रही है। समाजवादी सरकार बनने पर राज्य का विकास और जनाकांक्षाओं को पूरा किया जाएगा। समाजवादी सरकार में जनता को निराश नहीं होना पड़ेगा। 2022 का चुनाव जनता बनाम भाजपा के बीच होगा। इस चुनाव में भाजपा की हार और समाजवादी पार्टी की भारी जीत सुनिश्चित है।