कटिहार नगर निगम के मेयर शिवराज पासवान की गुरुवार की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में भाजपा विधायक कविता पासवान के भतीजे का नाम आया है। परिवारीजनों ने 12 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने गुरुवार देर रात ही मेयर के शव का पोस्टमार्टम कराया। इस बीच जिला पदाधिकारी उदयन मिश्रा ने दावा किया कि 48 घंटे के अंदर मेयर हत्याकांड का खुलासा कर दिया जाएगा। पकड़े गए आरोपित नगर थाना और अलग-अलग इलाकों से हैं।
मेयर की हत्या से उनके समर्थकों में शोक फैल गया है। कल रात को हत्या के बाद शहर में बवाल मच गया। जैसे-जैसे लोगों को घटना की जानकारी मिलती गई लोग थाना पहुंचने लगे। लोग घटना से काफी आक्रोशित और आहत हैं। थाना परिसर में लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा थाना परिसर का घेराव कर लिया।
गोली लगने से घायल मेयर की कटिहार मेडिकल कॉलेज में मौत होने के बाद लोग उनके शव को लेकर नगर थाना आ गए और नगर थाना परिसर में शव को रखकर जमकर आक्रोश जताया। घटना की सूचना मिलने पर जैसे ही एसपी विकास कुमार नगर थाना पहुंचे वैसे ही लोग और आक्रोशित हो गए और लोगों ने पुलिस के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया। घटना से आंदोलित लोगों ने शहर की पुलिसिंग पर सवाल उठाये। समाचार लिखे जाने तक नगर थाना का आक्रोशित लोग घेराव किए हुए थे और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे थे।
मंदिर जाने के दौरान बदमाशों ने मेयर को बनाया निशाना
स्थानीय लोगों ने बताया कि मेयर शिवराज पासवान रोजाना संतोषी मंदिर जाते थे और मंदिर में माथा टेकने के बाद आसपास के लोगों से भी बातचीत करते थे। इस दौरान वह बॉडीगार्ड अपने साथ नहीं ले जाते थे। जबकि उन्हें दो बॉडीगार्ड भी मिले थे। उनके आवास से डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर संतोषी मंदिर रेलवे फाटक है। घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों को इस बात का पता था। इसका फायदा उन्होंने उठाया। मेयर शिवराज पासवान गुरुवार की शाम करीब नौ बजे अपने घर से निकलकर संतोषी मंदिर की ओर जा रहे थे। तभी सामने से अचानक दो बदमाश आए और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। लोगों ने बताया कि बदमाशों ने तीन गोलियां चलाई। गोली मेयर के सीने में लगी जिससे वे जख्मी होकर वहीं गिर गये। जख्मी मेयर को स्थानीय लोग आनन-फानन में इलाज के लिए केएमसीएच ले जा रहे थे तभी अचानक मिरचाईबाड़ी में आंबेडकर चौक के पास उनकी मौत हो गई।
दो टर्म से वार्ड पार्षद थे शिवराज
ड्राइवर टोला निवासी शिवराज पासवान पिछले दो टर्म से वार्ड 16 के पार्षद थे। अपने कुशल व्यवहार के कारण वार्ड के लोगों के चहेते बन गए थे। वहीं उनकी मंजू देवी पिछले तीन टर्म से नगर निगम के वार्ड संख्या 17 के निगम पार्षद हैं। पत्नी के साथ मिलकर शिवराज दोनों मिलकर अपने वार्डों के लोगों की सुख दुख मैं हर क्षण हाथ बटाते रहते थे। पुलिस हो या फिर अन्य अधिकारियों से मदद करने में कभी पीछे नहीं रहते थे।। स्थानीय लोग उन्हें जनप्रतिनिधि कम और घर का लोग ज्यादा समझते थे। वार्ड के लोगों के सुख दुख में 24 घंटे खड़े रहने वाले शिवराज पासवान को हर वर्ग के लोग काफी पसंद करते थे। अपने वार्ड के नेता की हत्या की सूचना पाकर वार्ड के लोग काफी आंदोलित हैं। लोगो ने पुलिस प्रशासन से हत्याकांड में शामिल बदमाशों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है।
बदमाश पहले से कर रहे थे इंतजार
मेयर की हत्या को लेकर डीएम उदयन मिश्रा ने बताया कि रोजाना की तरह मेयर संतोषी मंदिर जा रहे थे। जहां पहले से ही बदमाश घात लगाए उनका इंतजार कर रहे थे। जैसे ही वह वहां पहुंचे उन पर अंधाधुंध गोलियां चला दी। तीन गोली मेयर को लगी। इलाज के लिए ले जाते समय उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी शुरू कर दी है। जो भी इस घटना में शामिल है। वह बख्शे नहीं जाएंगे।