केंद्र सरकार के तीनों नए कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी गारंटी बिल पास करवाने की मांग को लेकर पिछले 8 माह से चल रहे किसान आंदोलन को रफ्तार देने के लिए किसान आगामी 5 सितंबर को यूपी के मुज्जफरनगर में एक महापंचायत करेंगे।
इसके लिए आंदोलनकारी किसानों ने गांवों में जनसंपर्क अभियान तेज कर दिया है। किसान आंदोलन चलते-चलते 8 माह से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन सरकार किसानों की बात सुनने को तैयार नहीं है। किसान अलग-अलग तरीकों से सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और अपनी बात रख रहें हैं। सरकार द्वारा किसानों की बातें नहीं मानने के कारण देश के किसानों में सरकार के खिलाफ काफी रोष है। आंदोलन को और तेज करने के लिए किसान अलग-अलग रणनीति बनाने में जुटे रहते हैं।
किसानों ने गांवों में जनसंपर्क अभियान तेज किया
किसान नेता महेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि आंदोलन को और गति देने के लिए किसान भरसक प्रयास कर रहे हैं। गांवों में जाकर आंदोलन का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। आगामी 5 सितंबर को यूपी मुज्जफरनगर में एक राष्ट्रीय किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए आंदोलनकारी किसानों ने गांवों में जनसंपर्क अभियान तेज कर दिया है। इस पंचायत में पांच लाख किसान हिस्सा लेंगे और सरकार पर कृषि कानूनों को रद्द करवाने का दबाव बनाया जाएगा और आंदोलन को और तेज गति देने के लिए रणनीति बनाई जाएगी। महिलाओं ने भी कहा कि लगातार किसानों के आंदोलन में उनका सहयोग करेंगी।