दिल्ली पहुंची ममता बनर्जी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ हुंकार भरी है। ममता बनर्जी ने सभी विपक्षी पार्टियों से एकजुटता दिखाने की अपील की है।ममता बनर्जी ने सभी विपक्षी पार्टियों से अपील की है कि भाजपा से लड़ने के लिए सभी का एक-साथ आना बेहद जरुरी है। उन्होंने कहा कि ‘कुछ राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं…हम समय-समय पर राजनीतिक दलों से मिलते रहेंगे। एक ऐसा प्लेटफॉर्म जरूर होना चाहिए जहां हम एक साथ काम कर सकें। संसद सत्र के बाद हम सब एक साथ बैठ कर जरूर इसपर फैसला करेंगे।’
ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि गैर भाजपाई मुख्यमंत्रियों के साथ उनके रिश्ते काफी अच्छे हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, महाराष्ट्र के चीफ मिनिस्टर उद्धव ठाकरे और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन इन सभी से उनके रिश्ते अच्छे हैं। अगर एक राजनीतिक आंधी आई तो आप उसे रोक नहीं पाएंगे। अगर विपक्षी पार्टियां गंभीर हो जाएं तो छह महीने में नतीजे सामने आ जाएंगे।’
हालांकि, जब पश्चिम बंगाल की सीएम से यह पूछा गया कि क्या वो विपक्ष का चेहरा बनेंगी? तब इसपर उन्होंने गोलमोल जवाब ही दिया। ममता ने कहा मैं राजनीतिक ज्योतिषी नहीं हूं, स्थिति पर निर्भर करता है; अगर कोई और नेतृत्व करता है तो उससे कोई समस्या नहीं है..मैं एक साधारण कार्यकर्ता हूं, एक कार्यकर्ता ही बनी रहना चाहती हूं।’ ममता बनर्जी ने कहा कि पूरे देश में खेला होगा। यह एक सतत प्रक्रिया है। जब आम चुनाव होंगे तब यह मोदी बनाम देश होगा।
पेगासस जासूसी विवाद पर भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा अभी हालात इमरजेंसी के दिनों से भी ज्यादा गंभीर हैं। ममता बनर्जी दिल्ली में हैं और यहां कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से मुलाकात से पहले ममता बनर्जी ने पेगासस मुद्दे को जोर-शोर से उछाला। ममता बनर्जी ने कहा कि पेगासस क्या है? यह एक काफी ऊपर लेवल का वायरस है। हमारी सुरक्षा खतरे में हैं। किसी को भी आजादी नहीं है। ममता ने कहा कि ‘मेरा फोन हैक है। अभिषेक बनर्जी का फोन पहले से ही हैक किया गया है…प्रशांत किशोर का भी..अगर आप एक फोन हैक करते हैं तो आप कई फोन हैक कर सकते हैं।’
ममता बनर्जी ने एक बार फिर पेगासस जासूसी कांड की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कराए जाने की अपनी बात को दोहराया है। ममता ने कहा कि ‘हमें सुप्रीम कोर्ट में भरोसा है। तो फिर एक जांच होने दीजिए…लेकिन उन्हें सच की परवाह नहीं है…अगर आप कोई मुद्दा उठाएंगे तो वो आपको नजरअंदाज कर देंगे…लेकिन इसकी भी एक सीमा होती है।’